ओ री गोरैया सुन री गोरैया… मेरी सोन चिरैया! सदा से मुझे तू भायी है जब जब रोया हंसायी है… तेरा फुदकना तेरा चहकना घर आंगन की शान है तू…
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शिक्षक विदाई गीत -मणिकांत मणि
विदाई के घड़ी,मन की व्यथा, क्या-क्या सुनाऊं मैं? ये है विछुड़न की पीड़ा जो, किसी से कह न पाऊं मैं? शिक्षा दान करने का तरीका, आपका अनमोल। भीतर से स्नेह…
TEACHER-नीतू रानी
विजय सर आप क्यूँ चले गए। आप क्यूंँ चले गए कौन संभालेगा पद्यपंकज का कार्य रो रहा आपके लिए टी ओ बी परिवार आप क्यूँ चले गए। आप थे मृदु…
एक श्रद्धांजलि-गिरिधर कुमार
वह बरगद, वह बरगद की छांव… सभी के लिए स्वीकार मन में, सभी के लिए प्यार मन में, वह छांव नहीं है अब! …है, अब भी है, हर शिक्षक शिक्षार्थी…
एक वृक्ष की करुण व्यथा-प्रीति
एक वृक्ष की करुण व्यथा छोटा सा मैं नन्हा पौधा, सड़क किनारे पनप रहा था। आते जाते मुसाफिरों को देख देख घबड़ा जाता था कुचल न दे कोई मुझको सोच…
भूकंप-लवली कुमारी
भूकंप तेज आंधी और सुनामी हुद हुद जैसे तूफान भूकंप आई है लेकर अपने साथ कितने सामान। जहां बिखर कर रह गए हैं सबके अरमान कैसा तू लाया है अपने…
जाते हुए ऐ लम्हें-सुरेश कुमार गौरव
जाते हुए ऐ लम्हें विदा हो रहे ऐ वक्त फिर लौटकर, यह दिन मत दिखलाना ! कोरोना काल के इस भया भय इतिहास को मत दुहराना !! 🕰️ कितने हो गए…
वीरहन के बसंत-आर. पी. ‘राज’
वीरहन के बसंत गलवान घाटी के वीरहन के आँसु में, वसंती बहार बह़ गईल। कइसे हो स्वागत बसंत के हीयरा के सगरी अरमान ऑंसुअन मे द़ह गईल। छुट्ल न महा़वर…
शरद पवन-मनोज कुमार दुबे
शरद पवन यह शरद पवन मतवाली है चहूं ओर कुहासा धुंध लिए दिखता नही सूरज किरण लिए अग्नि के लपटों से सटकर जीवन की साथ बस खाली है यह शरद…
विद्यालय में-विजय सिंह नीलकण्ठ
विद्यालय में बिन बच्चों के मन नहीं लगता गुरुजी को विद्यालय में खाली बैठकर समय बिताना पड़ता है विद्यालय में। कोरोना ने बंद कर दिया बच्चों का स्कूल आना बैठ…