आपन बिहार-आर. पी. राज

आपन बिहार

मां भारती के शा़न ह
‌बिहर आ बिहारी के
खासे पह़चान ह।

अंग, मगघ, लिच्छवी गणराज्यन पर एकरा
गुमान ह
बिहार आ बिहारी के
खासे पहचान ह।

लोकतंत्र के पुरोधा बन
विश्व में झण्डा फहरावेला
घरती के चप्पा-चप्पा में
आपन धा़क जमावे ला।

‌जनक, कर्ण, जरासंध, मनु
गैतम, महावीर, गुरु गोविंद, सम्राट अशोक, चन्द्रगुप्त, विक्रमादित्य पर
एकरा आन-बान-शान बा
बिहार आ बिहारी के
खासे पहचान बा।

कलम के प्रहरी-राहुल
संकृत्यायन, दिनकर, नागार्जुन, रेणु, शिवपूजन
सहाय के जन्म-कर्म स्थली भईला से ऐकरा के जानत ज़हान बा, 
बिहार आ बिहारी के खासे पहचान बा।

भोजपुरी आ भोजपुरीयन
के डंका मारिशश, फीजी,
सुरीनाम, त्रिनीडाड के संग-संग विश्वपटल पर बिहारे गरजत‌‌ बा,

भिखारी ठाकुर, रसुल मियां, महेंद्र मिश्र, राहुल सांकृत्यायन के संग, मीनू, जौहर शफीयाबादी के खुबे धाक बा,
बिहार आ बिहारी के खासे पहचान बा।

नालंदा, विक्रमशिला, तक्षशिला, विविध विषयन के अध्ययन केन्द्र रहल,
राजगीर, सासाराम, बोध
गया साधना स्थली के
सगरो गुनगान बा,
बिहार आ बिहारी के खासे पहचान बा।

शिक्षा क्षेत्र में अग्रणी बनें ला, पुस्तक, छात्रवृति, साइकिल, प्रोत्साहन, पोशाक योजना से एकर अन्तराज्यीय बखान बा,
बिहार आ बिहारी के खासे पहचान बा।

सातनिश्चय, स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड, स्वयं सहायता, भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम जईसन कार्यक्रमन के भरमार प
एकरा खुबे स्वाभिमान बा,
बिहार आ बिहारी के खासे पहचान बा।

आर. पी. राज
गोपालगंज

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