ऋतु का एहसान – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

खिल गई कड़ी धूप समय के अनुरूप, काली घटा छट गई, साफ हुआ आसमान। झूमती पेड़ों की डाली मही पर हरियाली, धरती आबाद हुई, प्रकृति का वरदान। पोखर तालाब भरे,…

पूर्वजों को श्रद्धांजलि – जैनेंद्र प्रसाद रवि’

पूर्वजों को श्रद्धांजलि जिनके बांहों में झूले, छाया पा के गम भूले, जीवन में फले-फूले, उनके आशीष से। भरपूर प्यार दिया, हमको संस्कार दिया, मिलती मंजिल नहीं, केवल कोशिश से।…

करना होगा कर्म महान -कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति

यूं ही नहीं किसी को,दुनिया में पूजा जाता। महादेव बनने को,हलाहल को पिया जाता।। चाहत है यदि तेरी, मिले तुमको भी सम्मान। हे नर सुनो तुमको,करना होगा कर्म महान।। औरों…

पितृपक्ष – चंद्रशेखर कुमार गुप्ता

श्रद्धा समर्पण उनके प्रति जिनसे अस्तित्वमान आज हम हमारी श्रद्धापुरीत जलधारा का प्रवाह कुल वृक्ष की जड़ों को जड़ों के सिंचन से पल्लवित पुष्पित होते शीर्ष हम श्रद्धान्वित कर्मो से…

बुजुर्गों का सम्मान करें – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

विद्या:-रूप घनाक्षरी छंद बुजुर्गों का ध्यान धरे, हमेशा सम्मान करें, परिवार की वे जड़, घर की वे बुनियाद। हमेशा आशीष देते, पिता जैसे हमें सेते, सिर पर साया रहे, करते…

जितिया पावैन बड़ भारी – नीतू रानी

जितिया पावैन बड़ भारी अपन धिया पुता लेअ करै ये सबके महतारी जितिया पावैन ———२ एक दिन पहिले नहाअखाए खाय मरुआक रोटी नारी , भिनसर उईठ केअ औटघन खाययेअ चूड़ा…

आओ गांधीगिरी अपनाएं – विवेक कुमार

आज 2 अक्तूबर का शुभ दिन आया, गांधी जी की है याद कराया, सत्य अहिंसा जिनको भाया, जिसने अंग्रेजो के छक्के छुड़ाया, स्वतंत्रता तो सबको भाएं आओ गांधीगिरी अपनाएं ।…

बापू – नीतू रानी

आज है 02 अक्टूबर का दिन आज का दिन है बड़ा महान, आज हीं जन्म लिए मेरे बापू हम सब मिलकर करते हैं इन्हें नमन। 02 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर…

साबरमती के संत – संजय कुमार

साबरमती के संत आप हमेशा याद आएंगे। युगों-युगों तक आपके आदर्श एक नया मार्ग दिखलाएंगे। सत्य,अहिंसा की राह चल हम अपने लक्ष्य को पाएंगे, हे साबरमती के संत आप हमेशा…