आओ सुनाता हूं अपनी कहानी, निःस्वार्थ प्रेम की कहानी, अपनी जुबानी मां के छोटे शब्द में ब्रह्मांड है समाई, दुख दर्द सहे ठोकरे खाई, जन्म दे मुझे धारा पर लाई,…
Author: Anupama Priyadarshini
प्यार लुटाती है माँ – मीरा सिंह “मीरा”
नेह सुधा छलकाती है माँ कितना प्यार लुटाती है माँ। आंखों से झड़ते हैं मोती दूर कभी जब जाती है माँ।। हर लेती मन की हर पीड़ा जब हँस गले…
मां – अंजली कुमारी
पृथ्वी पर जीवन का अंकुर फूटा, धरा पर हरियाली छाई है । हर जीव जगत का वंश बढ़ाने, स्त्रीत्व चरम पर आई है । माहवारी का दर्द सहा, सौंपा जीवन…
नर्स – एस.के.पूनम
नर्स धरा पर आई, बहन का नाम पाई, सेवा भाव साथ लाई,वही अभिमान है। छुआछूत दूर रहे, दीन-दुखी प्रिय कहे, भेदभाव करें नहीं,दीदी तो महान है। चिंतन करती रहें, दुख…
नर्स – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
विश्व नर्स दिवस पर विशेष रात दिन जाग कर , एक पैर भाग कर, रोगियों की सेवा करें- बन देवदूत है। करतीं वो निज कर्म, समझ के सेवा धर्म, इनका…
लू की कहर से – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
बच्चों तुम स्कूल जाओ चाहे कोई काम पर कभी नहीं खाली पेट, निकलो तूं घर से। सुबह में काम करो घर पे आराम करो हमेशा बच के रहना लू की…
महाराणा प्रताप – नीतू रानी
” महाराणा प्रताप की खुद्दारी भारत माता की पूँजी है, ये वो धरती है जहांँ कभी चेतक की टापें गूँजी है।” आज है 09 मई का दिन आज़ के दिन…
मित्रता – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
द्वारिका में मिलने को, सुदामा जी आए जब, चरण पखारें श्याम, पानी ले परात में। मित्र कहो समाचार, पूछा जब बार-बार, अपनी गरीबी नहीं, कहा मुलाकात में। वस्त्र फटे ठांव-ठांव…
मनहरण घनाक्षरी – एस.के.पूनम
विछोह की पीड़ा सहे, नयन तो भींग रहे, हृदय संतप्त कर,संग छोड़ आए थे। तप्त धरा पग बिंध, सजल अँखियाँ सिंधु सखा को संदेश भेज,मन भाव गाए थे। आँखियों में…
मां और धूप – मनु कुमारी
मां और धूप ये तपती धूप, याद दिलाती है मुझे, मेरे बचपन की। मेरी मां कभी -कभी नंगे पांव दौड़कर आती थी मेरे विद्यालय और शिक्षक से कहती _ मास्टर…