आओ मिलकर पेड़ लगाएँ विधा: गीत छंद – ताटंक(१६-१४) रचनाकार: देवकांत मिश्र ‘दिव्य’ “”””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””” आओ मिलकर पेड़ लगाएँ, यह संकल्प हमारा है। शुद्ध हवा पाने का सबको, केवल यही सहारा…
Author: Ram Kishor Pathak
विश्व पर्यावरण दिवस – कुण्डलिया- रामपाल प्रसाद सिंह ‘अनजान’
विश्व पर्यावरण दिवस- कुण्डलिया चिंतन हरदम हम करें,तभी मिलेंगे त्राण। लिए दिवस पर्यावरण,चलें बचाने प्राण।। चले बचाने प्राण,जिंदगी पावन कर लें। हरियाली को देख,हृदय में सावन भर लें।। चलते कवि”अनजान”,प्रदूषण…
आओ पेड़ लगाएँ हम – रत्ना प्रिया
आओ पेड़ लगाएँ हम पर्यावरण शुद्ध रखना है तो, आओ पेड़ लगाएँ हम । धरती के सूने आँचल में, हरियाली विकसाएँ हम ।। जीवनरक्षक संजीवनी को, धरती धारण करती है।…
पर्यावरण की समस्या और निदान – अमरनाथ त्रिवेदी
पर्यावरण की समस्या और निदान पर्यावरण की बिगड़ती सूरत , बड़ी समस्या बनी आज की है । कैसे इसे पटरी पर लाएँ , यह मुश्किल काम बड़े राज की है।…
धरती की पुकार – स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’
धरती की पुकार बचपन ने जहाँ देखा खेतों- खलिहानों को, आज वहीं देख रहें उगते हुए मकानों को। हवा में हर तरफ धुएँ का गुब्बार है, साँस रुकने लगी हर…
अंग्रेजी भाषा में शिक्षण की सार्थकता – अमरनाथ त्रिवेदी
अंग्रेजी भाषा में शिक्षण की सार्थकता विश्वव्यापी अंग्रेजी भाषा का , कभी हम दरकिनार नहीं कर सकते । शिक्षण कार्य में इसकी सार्थकता को , कभी हम इनकार नहीं कर सकते ।…
मौसम का रुख गया बदल- भूषण छंद गीत – राम किशोर पाठक
मौसम का रुख बदल रहा – भूषण छंद गीत सबको विचार करना यह, एक साथ है मिलजुल कर। मौसम का रुख रहा बदल, जीना लगता है दूभर।। रही नहीं धरती…
भाषा शिक्षण में अंग्रेजी का महत्व – ताटंक छंद गीत – राम किशोर पाठक
भाषा शिक्षण में अंग्रेजी का महत्व- ताटंक छंद गीत भाषा चाहे कोई भी हो, वह संपर्क बनाती है। हृदय भाव का द्वार खोलकर, सबको सहज मिलाती है ।। अंग्रेजी रोमण…
क्या मैं अबोध हूॅं – राम किशोर पाठक
क्या मैं अबोध हूॅं। माँ सुनो तो, एक बात जरा, क्या मैं अबोध हूॅं ? पाँच वर्ष की हो गयी, बहुत कुछ समझने भी लगी हूँ, तुम्हारे साथ अक्सर हाथ…
बचपन – रूचिका
बचपन बगीचे में नही जाता बचपन, बागों की दौड़ नही लगाता बचपन, मोबाईल की दुनिया में देखो कैसे अब गुम हो जाता बचपन। मोहल्ले की गलियाँ शांत पड़ी हैं, भरी…