ज्ञान दीप जलता जहाँ- दोहावली – देवकांत मिश्र ‘दिव्य’

ज्ञान दीप जलता जहाँ – दोहावली “””””””‘”””‘””””””””””””””””””’””””””””””””””””’””””””” विद्यालय के छात्र को, नित्य दीजिए ज्ञान। पावन शुचिता ज्ञान ही, जीवन का उत्थान।।०१।। विद्यालय के पास से, करें गंदगी दूर। बच्चों के…

लक्ष्य की प्राप्ति – अमरनाथ त्रिवेदी

लक्ष्य की प्राप्ति लक्ष्य तेरे बहुत बड़े हों, यह नहीं कोई जरूरी। हर बात में कोई साथ दे, यह नहीं उसकी मजबूरी। लक्ष्य जितना ही बड़ा हो, पुरुषार्थ भी उतना…

सुनो बेटियों – हिंदी गजल – राम किशोर पाठक

सुनो बेटियों – हिंदी गजल शस्त्र ले हाथ में अब अड़ो बेटियों। युद्ध तुम कालिका- सी लड़ो बेटियों।। आज तक लोग अबला समझते रहे। बोध तुम शौर्य का अब भरो…

कछुए की चाल- सुरेश कुमार गौरव

कछुए की चाल धीरे-धीरे चलता कछुआ, धैर्य-ध्वनि-सा बलता कछुआ। शांत, सहज, संकल्पी लगता, मौन मगर हर पलता कछुआ।। जल-थल दोनों जीवन उसका, गति में गूढ़ विवेक है जिसका। छोटा तन,…

विश्व कछुआ दिवस – भूषण छंद – राम किशोर पाठक

विश्व कछुआ दिवस – भूषण छंद आज हुआ कछुआ दुर्लभ, रहता है जल के भीतर। कर सकता भी है थल पर, जीवन अपना गुजर-बसर।। लम्बा जीवन जीता यह, इसको ले…

शिक्षा में मातृभाषा की उपयोगिता – अमरनाथ त्रिवेदी

शिक्षा में मातृभाषा की उपयोगिता सही    शिक्षा  सफल तभी  होती  , जिसमें मातृभाषा का उपयोग निश्चित हो । मातृभाषा ही समझ दृढ़तर करती , जिसमें विषय संदर्भित  प्रयोग सुनिश्चित हो…

मातृभाषा का शैक्षिक उपयोग – भूषण छंद – राम किशोर पाठक

मातृभाषा का शैक्षिक उपयोग – भूषण छंद जीवन का पहला अक्षर, जिस भाषा का होता स्वर। चित का तार जुड़े हर-पल, बहती है रसधार प्रखर।। लोरी जैसी होती यह, आती…