दोस्ती का अर्थ बचपन में समझ न आया दोस्ती का अर्थ क्या है ? हम उनसे प्यार करते रहे वे हमपर अहसान करते रहे बात बात पर लड़ना झगड़ना शिक्षकों…
Author: Ram Kishor Pathak
वो मुरलीवाले- अमरनाथ त्रिवेदी
वो मुरलीवाले वो मुरली वाले तेरी मुरली पड़ी है , अब तो यह नहीं बजती , यमुना तट रास रचानेवाले , अब रास नहीं कभी सजती। दुनिया का रखवाला मोहन , कहाँ…
पावस की यह रात सुहानी – प्रदीप छंद गीत- राम किशोर पाठक
पावस की यह रात सुहानी – प्रदीप छंद गीत बदल रहा है रंग धरा का, अच्छा होगा मान लो। पावस की यह रात सुहानी, बन जाएगी जान लो।। नारायण को…
आयो कृष्ण कन्हाई- कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’
आयो कृष्ण कन्हाई भादों माह कृष्ण अष्टमी को, देवकीनंदन जन्म लिए हैं। कारागार के बंधन टूटे, द्वारपाल सब औंधे पड़े हैं। लेकर टोकरी में कान्हा को, देखो वसुदेव निकल पड़े…
श्रीकृष्ण – गिरींद्र मोहन झा
श्रीकृष्ण बचपन से तेरी लीला हुई शुरु, सदा रहा कर्तव्य का ध्यान, सत्य-धर्म पर चलकर तूने, किया सदा जगत का कल्याण, मथुरा में ले जन्म, महामानव ! पिता-मातु का किया…
Land So Dear – Ashish Kumar Pathak
Land So Dear Land so Vast and Wide Diverse culture side by side From Himalayas so high and bright To Kanyakumari in morning light People so friendly and kind Hands…
तिरंगा शान हमारी- प्रतिभा मिश्रा
तिरंगा शान हमारी – मनहरण घनाक्षरी नर नारी खुश भारी, बात करें प्यारी-प्यारी, तिरंगा शान हमारी, गाते राष्ट्र गान है। जय हिन्द बोल रहे, मधुरस घोल रहे, पौरुष को टोह…
भारत का राष्ट्रीय ध्वज-तिरंगा- गिरींद्र मोहन झा
भारत का राष्ट्रीय ध्वज-तिरंगा भारत का राष्ट्रीय ध्वज महान तिरंगा है, भारत की आन, बान और शान तिरंगा है, इसकी अभिकल्पना सर्वप्रथम सन् 1921 में पिंगली वैंकेया ने की थी,…
हाथ तिरंगा – रामपाल प्रसाद ‘अनजान’
भूली याद करा जाने को, मौसम आया है। हाथ तिरंगा आज विभूषित,सबको भाया है।। मन में हरियाली छाई है, मस्त सभी जन हैं। प्रेम-डोर में गुंफित माला, पहने सब तन…
राष्ट्र गान हम गाएँ – मुक्तामणि छंद गीत – राम किशोर पाठक
राष्ट्र गान हम गाएँ – मुक्तामणि छंद गीत बच्चों में उत्साह को, भरने आगे आएँ। मन हर्षित हो झूम ले, राष्ट्र गान हम गाएँ।। आजादी के पर्व को, हम-सब आज…