भगदड़ का अभ्यास -रामकिशोर पाठक

भगदड़ का अभ्यास खड़े अभ्यास में बच्चे लगे मोहक सभी सच्चे किया है प्रश्न कुछ कच्चे हुए हलकान क्यों जच्चे। उन्हें मालूम करना है सदा क्या ध्यान रखना है कही…

बालिका जागरण -डॉ स्नेहलता द्विवेदी

राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में समर्पित है बालिका जागरण गीत – एक आहवान बालिका जागरण मन की है शांति बेटी, परिवार की कांति है बेटी। घर धाम बनाती है…

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस -गिरिंद्र मोहन झा

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस- 10 अक्तूबर मन तू अपने मन को एकाग्र कर, उत्साही, ऊर्जावान कर, उत्तम विचारों, शुभ संकल्पों से तू अपने मन को भर, मन को निर्भीक, सतर्क…

करवा चौथ रामपाल प्रसाद सिंह

करवा चौथ गीतिका छंद दो हृदय सद्भावना के,मिल रहें विश्वास में। चंद्रमा आशीष भरने,आ रहा आकाश में।। चौथ करवा दिन सुहाना,दे रहा खुशियाॅं सभी खास नारी भक्ति करके,पा गई खुशियाॅं…

कैकेई का त्याग- विधाता छंद गीत -रामकिशोर पाठक

कैकेई का त्याग- विधाता छंद गीत जगत कल्याण के कारण, किया विष पान त्रिपुरारी। पुनः दुनिया बचाने को, किया है त्याग हित नारी।। निभायी राष्ट्र से नाता, लुटायी स्वप्न थी…

वृद्धावस्था-गिरींद्र मोहन झा

वृद्धावस्था (कविता: गिरीन्द्र मोहन झा) शैशव, बाल्य, किशोर, युवा, से होकर तुम बने हो वृद्ध, तुम्हारा असली,बड़ा गुण है, हर स्थिति में स्थिर औ’ सिद्ध, ज्ञान, विज्ञान, अनुभव में गम्भीर,…