हिन्दी तू बन अपराजिता ✍ रामनरेश यादव हिन्दी तू बन अपराजिता हीनता का बोध छोड़ जन-जन का बन हृदयवासिनी अंग्रेजी का पीठ तोड़ चिंतन का तू वाहक बन विज्ञान का…
Category: काव्य लेखन
हिंदी की अस्मिता – Parbati Pandit
अपने देश का गौरव, अभिमान हूं मैं। कंठ की गान, भारतवासी की पुकार हूं मैं। माटी की सोंधी महक, संस्कृति की चमक हूं मैं। धरती की भाषा, सभ्यता की धरोहर…
Head Teacher – Shourabh Prabhat
नील गगन में चमके चमचम आज प्रकाशित यह हिन्दी। अंतस में यों छिपकर बैठी भाव प्रवाहित यह हिन्दी।। जन गण मन की भाषा हिन्दी भारत की परिभाषा है। विश्व विजेता…
हिंदी देश की पहचान – NARESH KUMAR NIRALA
हिंदी देश की पहचान हिंदी हमारी राजभाषा भारत की यह शान है, हिंदी से जगमग हम सब का प्यारा हिन्दुस्तान है। तुलसी, कबीर, नानक के जैसे कविवर यहाँ महान है,…
हिंदी हमारी अस्मिता की पहचान – PINKI KUMARI
हाँ, मैं हिंदी हूँ, मुझसे ही तो हिंद की पहचान है। हर दिल की गहराई में बसी, मैं भावों की पहली उड़ान हूँ। न जाने कब से, युगों-युगों से, मैं…
हिंद, हिंदी और हिंदुस्तान ( कविता) – Kanhaiya lal jha
हिंद, हिंदी और हिंदुस्तान, हम सबकी शान, हम सबकी जान। पूरब से पश्चिम तक, उत्तर से दक्षिण तक, भाषाई सीमा को तोड़कर पाती है एक नया मुकाम, हिंद,हिंदी और हिंदुस्तान,…
हिंदी है हमारी शान – Dhiraj Kumar
अभी गुजरे बस हज़ार वर्ष, भरनी ऊंची उड़ान है। भाषा के रंग तो हैं अनेक, पर एक हमारी शान है। तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशज, सबको अपना मान लिया, हिंदी बस…
हिंदी है हमारी अस्मिता की पहचान – SHANKAR KUMAR
हिंदी है विश्वास हमारा, संस्कृति का उपहार हमारा। माँ की बोली, माटी की जान, हिंदी से ही भारत महान। शब्दों में इसकी मधुरता है, वाणी में गहरी सरलता है। हिंदी…
Exclusive Teacher – Narayan Ji Mishra
हिन्दी ये हमारी हिन्दी है । संस्कृत, पालि,प्राकृत की वंशज शौरसेनी की यह संतान भारत के जन-जन की वाणी सैनिक हो या श्रमिक किसान हिन्द, हिमालय, कच्छ, बंग तक भाषा…
हिंदी : हमारी अस्मिता – Deepak Kumar
हिंदी केवल भाषा नहीं, भारत का चिर-गाथा है। नए युग का यह खोज नहीं, सदियों से इससे नाता है। एकता का आगाह है हिंदी,…