चलो प्रेम के दीप जलाएं। भेदभाव को दूर भगाएं। ****** मानव में क्यों द्वेष आज है। खंडित होता क्यों समाज है। आओ गीत मिलन के गाएं। चलो प्रेम के दीप…
Category: दिवस
आओ गांधीगिरी अपनाएं – विवेक कुमार
आज 2 अक्तूबर का शुभ दिन आया, गांधी जी की है याद कराया, सत्य अहिंसा जिनको भाया, जिसने अंग्रेजो के छक्के छुड़ाया, स्वतंत्रता तो सबको भाएं आओ गांधीगिरी अपनाएं ।…
बापू – नीतू रानी
आज है 02 अक्टूबर का दिन आज का दिन है बड़ा महान, आज हीं जन्म लिए मेरे बापू हम सब मिलकर करते हैं इन्हें नमन। 02 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर…
साबरमती के संत – संजय कुमार
साबरमती के संत आप हमेशा याद आएंगे। युगों-युगों तक आपके आदर्श एक नया मार्ग दिखलाएंगे। सत्य,अहिंसा की राह चल हम अपने लक्ष्य को पाएंगे, हे साबरमती के संत आप हमेशा…
हमारे अंगना फूल बरसे – नीतू रानी
बिटिया ने बिटिया ने जनम लिया, हमारे अंगना फूल बरसे। मैंने लूटाया अन- धन- लाल खुशी से सब झूमे नाचे , बिटिया ने जनम लिया हमारे अंगना फूल बरसे। बिटिया…
बेटी है वरदान – विवेक कुमार
बेटी है वरदान, करें न इनका अपमान, बेटी होती सबसे खास, छीना जाता क्यूं इनकी सांस, कुदरत का अनमोल रतन, जीवन देने का करो जतन, दुनियां की दौलत उसने पाई,…
बेटी हूँ – उज्जवल कुमार “उजाला”
बेटी हूँ , पढ़ सकती हूँ, लिख सकती हूँ । जिंदगी के कठिन राहें पर चल सकती हूँ ।। बेटी हूंँ , बोल सकती हूँ , सुन सकती हूँ ।…
बेटियां – संजय कुमार
ससुराल की परेशानियों से जब थक जाती है बेटियां, तब कुछ दिन मन बहलाने के लिए मायके आती है बेटियां। आते ही वहीं दहलीज़ पर चिंता की लिबास उतार देती…
बेटी – देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
ममता बड़ी प्यारी है, समता बड़ी न्यारी है, बेटी ही तो बनती माँ, माँ की परछाईं है। मानवता की जान है, देश का अभिमान है, नील गगन से जाके, आँख…
कुंडलिया – देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
बेटी से नित बढ़ रहा, आज देश का मान। बेटों से आगे सदा, रहते इनके काम।। रहते इनके काम, देश की शान बढ़ाती। यही सृष्टि का धाम, यही संसार रचाती।…