मोबाइल ध्यान सदा भटकाया देखो , बच्चों का मोबाइल । पढ़ाई लिखाई दोनों छुड़़वाया , सबका यह मोबाइल । होम वर्क भी न कर पाया , देखा किया मोबाइल ।…
Category: बाल कविता
बकरी का बच्चा-नीतू रानी
बकरी का बच्चा नदी किनारे बकरी का बच्चा चरने निकला घास, अगल -बगल से आ रही थी कुछ कुत्तों की आवाज। आवाज सुनकर बकरी का बच्चा दौड़कर गया मम्मी के…
चार कबूतर-नीतू रानी
चार कबूतर छत पर चार कबूतर आए पापा ने छत पर दाना गिराए, चुनने लगे कबूतर दाने फिर नीचे आए पानी पीने। एक कबूतर का पैर था टूटा मुन्ना लाया…
बचपन के खेल – सुधीर कुमार
बचपन के खेल बचपन के थे खेल निराले , गिल्ली-डंडा लड़ना कुश्ती । पतंग बाजी , छिप्पा छिप्पी , भागा दौड़ी , धींगामुश्ती । लूडो एवं गोली खेलना , भैया…
बचपन के खेल – सुधीर कुमार
बचपन के खेल बचपन के थे खेल निराले , गिल्ली-डंडा लड़ना कुश्ती । पतंग बाजी , छिप्पा छिप्पी , भागा दौड़ी , धींगामुश्ती । पीट्टो और कबड्डी द्वारा ,…
चन्दा मामा-भवानंद सिंह
चन्दा मामा नील गगन में एक चन्द्रमा निशा की तिमिर मिटाता है, धरा पर फैले उसकी चाँदनी शीतलता पहुँचाता है । बच्चे मामा कहते उसको खिलौने लेकर आओ ना, दूध-भात…
चिड़िया-ब्यूटी कुमारी
चिड़िया चीं चीं करती आती चिड़िया पेड़ की डाली सजाती चिड़िया। फुदक फुदक कर इस डाली से उस डाली पर जाती चिड़िया। मुर्गा बांग लगाता है सबको सुबह जगाता है।…
सूरज-ब्यूटी कुमारी
सूरज पूरब दिशा में उगता सूरज सूर्योदय का दृश्य मनोरम। करते हैं हम सूर्य नमन सूरज की किरणें आती अंधकार को दूर भगाती। सूरज के हैं नाम अनेक सूर्य रवि…
सूरज दादा-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
सूरज दादा आसमान में सूरज दादा, दूर हैं हमसे बहुत ज्यादा। रात में करते कहां बसेरा, सुबह में लाते साथ सवेरा। अंधेरे को हैं दूर भगाते, घर पर आकर हमें…
सर्दी आई-मधु कुमारी
सर्दी आई आ गई अब सर्दी भाई निकल गई सबकी रज़ाई जब ठंडी हवा चले मस्तानी याद आ जाए तब नाना नानी….. गर्मी भागी सर्दी धमक आई चारों…