आ री आ री तितली प्यारी सुंदर मनहर तितली न्यारी रंग बिरंगे पंखों वाली उड़े चाल मतवाली इस डाल से उस डाल पर अथक दौड़ लगाने वाली रंग फूलों का,…
Category: बाल कविता
बचपन -भवानंद सिंह
बच्चे होते हैं नादान रहती चेहरे पर मुस्कान, तुरंत लड़ाई तुरंत ही मेल बचपन का यही है खेल । बच्चे के मन होते चंचल चंचलता इसकी पहचान, बन नटखट वो…
चूहे की बारात-जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
घर से निकले चूहे राजा, ले के हाथी और बैंड बाजा। नई शेरवानी लंबा कुर्ता, पहन पतलून, टोपी जूता। घोड़े पर वह हुआ सवार, चले बाराती भर कर कार। मन…
दीपावली का संदेश – जैनेन्द्र प्रसाद रवि
दीपावली का संदेश ****** बच्चों अबकी दीवाली में फुलझड़ियों से मुंह मोड़ो। दुनिया की भलाई के खातिर तुम पटाखा मत छोड़ो।। पटाखों से प्रदूषण बढ़ता, होती पैसे की बर्बादी, तुम…
जाने कहां गए वो दिन -जैनेन्द्र प्रसाद रवि
टॉफी पा के इठलाना, पल में मचल जाना, शैशव की बीती बातें- हमें याद आते हैं। बांहों में लिपट कर, आंचल में छिप जाना, मां की सुनाई लोरी- नहीं भूल…
खिलना – अशोक कुमार
टन टन टन टन, घंटी बजी । चलो चलें स्कूल, बच्चों को भेजें स्कूल। इसे ना जाना भूल -2 सुनो रे चाचा , सुनो रे चाची । बच्चों को भेजें…
स्कूल चलें – अशोक कुमार
स्कूल चले हम स्कूल चले हम नई-नई गतिविधि करें हम स्कूल चले हम ।। सुनो रे मुन्ना सुनो रे मुनिया चलो खेले हम स्कूल चले हम ।। खेल खेल में…
प्यारी सी “सोना”- मनु कुमारी
विद्यालय चल पड़ी है प्यारी सी “सोना”…. नई सखियों का साथ होगा और, खुशियों का झरना, पढेगी खूब मन से वह , पूरी करेगी हर सपना। विद्यालय चल पड़ी है…
मोबाइल – सुधीर कुमार
मोबाइल ध्यान सदा भटकाया देखो , बच्चों का मोबाइल । पढ़ाई लिखाई दोनों छुड़़वाया , सबका यह मोबाइल । होम वर्क भी न कर पाया , देखा किया मोबाइल ।…
बकरी का बच्चा-नीतू रानी
बकरी का बच्चा नदी किनारे बकरी का बच्चा चरने निकला घास, अगल -बगल से आ रही थी कुछ कुत्तों की आवाज। आवाज सुनकर बकरी का बच्चा दौड़कर गया मम्मी के…