गणतंत्र की शान- अमरनाथ त्रिवेदी

गणतंत्र की शान पर ही, चल  रहा यह  देश है। वैशाली की पावन धरा से, शुभ  मिल  रहा संदेश है। गणतंत्र का अवतरण यहाँ, गणतंत्र की  यह  जान है। इस  महती धरा से जो जुड़ा,…

गणतंत्र भारत की पहचान- सुरेश कुमार गौरव

जन-गण-मन की गूँज हो रही, हर दिशा में शंखनाद हो रही। संविधान की महिमा गाते हैं, विजय पताका हम फहराते हैं। आएँ! शूरवीरों की गाथा गाएँ, देशप्रेम के प्रेरणा दीप…

लोकतंत्र के सजग प्रहरी – अमरनाथ त्रिवेदी

लोकतंत्र में  जनता का शासन, जनता ही  इसका  बल  है। हम सब  इसके सजग प्रहरी, यही गणतंत्र का मजबूत संबल है। हर मतदाता का अधिकार सुनिश्चित, यही स्वस्थ लोकतंत्र की खूबी। इसके मत…

अमर क्रांतिकारी सुभाषचंद्र बोस- सुरेश कुमार गौरव

चमक उठा जो नभ में बनकर एक सितारा, गुलामी के अंधेरों में जो बना एक ध्रुवतारा। सुभाष तुमने किया था देश हित में काम बड़ा, युगों-युगों तक भारत देश हित…

आजादी के दीवाने सुभाष – आशीष अम्बर

वीर सुभाष, देश की आजादी के अभिमान हो। वीरता के पथ पर चलकर क्रांति के प्रमाण हो। त्याग, तपस्या और बलिदानी का उपमान हो। हर दिल में बसे हुए जनमानस…

वीरों से चमके गगन सदा- सुरेश कुमार गौरव

तलवार-सी तेज़ है, हर जवान का हौसला, चट्टानों से टकराए, रुके ना कभी काफिला। तिरंगे की शपथ ले, बढ़ते वो सीना ताने, दुश्मन के दिलों में डर, हर कदम बंदूक…

मकर संक्रांति- गिरीन्द्र मोहन झा

बच्चों ! जानो आज मकर संक्रांति है, सूर्यदेव की मकर राशि में विश्रांति है, मकर राशि में जाते ही उनका तेज बढ़ता है, आज से ही मार्त्तण्ड सतत प्रखर होता…