हिंदी: सुर वाणी की जाया- राम किशोर पाठक

हिंदी, सुर वाणी की जाया- किशोर छंद सुर वाणी की जाया कहिए, हिंदी को। भूल रहे सब क्यों है गहिए, हिंदी को।। हृदय भाव में फिर से भरिए, हिंदी को।…

दादा-दादी -राहुल कुमार रंजन

दादा-दादी हैं सबसे न्यारे,घर-आंगन के चमकते तारे। उनसे मिलता स्नेह अनोखा,हर किस्सा होता है रोचक-रोखा। दादी सुनाए कहानी प्यारी,नींद लगे मीठी-मीठी सारी। दादा सिखाते ज्ञान की बातें,जीवन भर जो काम…

राहगीर -रुचिका

राहगीर राह की मुसीबतों से न घबड़ा, तू है राहगीर जरा रुक,सम्भल, राह की मुसीबतों का सामना कर और आगे बढ़ता जा। बाधाएँ तेरे राह में अनेकों आएंगी मंजिल से…

शिक्षक तेरी सत्य कहानी – डॉ कार्तिक कुमार

शिक्षक तेरी सत्य कहानी   शिक्षक तेरी सत्य कहानी, हाथ में लेखनी आंख में पानी। जीवन  बिता विज्ञानी वाणी, सुनो अपनी सरल कहानी। पुरानी पेंशन हाथ ना आनी, बुढ़ापे मैं…

शिक्षक दिवस – हर्ष नारायण दास

शिक्षक दिवस शिक्षक नहीं है सामान्य व्यक्ति, वह तो शिल्पकार होता है। गीली मिट्टी को सँवारने वाला कुम्भकार होता है।। उसने ही श्रीराम गढ़े हैं, वह ही श्रीकृष्ण निर्माता। वह…

भीमराव अम्बेडकर – नीतू रानी

भारत के ये वीर सपूत, जिसने मिटाया छुआछूत। रामजी मालोजी सकपाल के थे सुपुत्र भीमाबाई के थे चौदहवीं पुत्र। गरीब परिवार में लिए अवतार, व्यक्तियों में बन गए वो खास।…