मित्र वही जो साथ निभाए, हर संकट में मुझे बचाए। मित्र वही जो प्रभु गुण गाए, सत्य राह पर मुझे ले जाए। मित्र वही जो एक रोटी खाए, आधी रोटी…
Category: संदेश
बचपन से था शौक चढ़ा- नीतू रानी
विषय -बाबू वीर कुंवर सिंह शीर्षक – बचपन से था शौक चढ़ा आज है 23 अप्रैल का दिन आज का दिन है बड़ा महान, आज हीं जन्म लिए बाबू वीर…
राधा की सहेलियां – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
मनहरण घनाक्षरी छंद राधा को चिढाती आज, खुशी की बताओ राज, रोज करें आपस में खूब अठखेलियाँ। कुछ नहीं बोलती हो, छुप-छुप मिलती हो, किससे मनाती तुम, रोज़ रंगरेलियाँ। नखरें…
माहवारी – चांदनी समर
आओ सीमा राधा आओ खुलकर अपनी बात बताओ युग आया है परिवर्तन का छोड़ो झिझक अब ना शरमाओ खिलकर कली से हम जब फूल बनने को आते हैं अपने शरीर…
विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस – नीतू रानी
विषय-माहवारी औरतों के लिए ईश्वरीय वरदान। दिनांक-28/05/23 ईश्वर ने दिया महिलाओं को यह सुंदर वरदान महिलाओं के लिए है यह आन- बान- शान जिसके चलते आज हर घर में खेल…
पुण्य तिथि- नीतू रानी
आज पुण्य तिथि पर रेणु जी को करते हैं हम सब शत्- शत् नमन, और हमारे आदरणीय लेखक कविगण उनपर कर रहे माल्यार्पण। गाँव इनका औराही हिंगना जिला इनका अररिया…
सुहानी सुबह- जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
सुहानी सुबह बागों में बहार आई, खिल गई अमराई, हरे-हरे नए पत्ते, डालियों में हिलते। भोर लिया अंगड़ाई, सुहानी सुबह आई, भाँति-भाँति पुष्प दल, चमन में खिलते। दलहन तेलहन, फसलें…
कबाड़ से जुगाड़- विवेक कुमार
बच्चों की आस हूं, रहता उनके पास हूं, सीखने सिखाने में उस्ताद हूं, हर पल देता उनको दाद हूं, देश के भविष्य है हमारे बच्चे, प्रतिभा निखारने में हम है…
मुखौटा-
सुंदर मुखौटा लिए चेहरे पर, ईमानदारी का रंग चढ़ाया था। ईमान बेच कर उपदेश दे रहे, गीता का कसम खाया था।। दीवारें चिख कर कुछ कह रहे थे । “आंगन…
दोहा- देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
विधा: दोहा रचनाकार: देव कांत मिश्र ‘दिव्य’ “”””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””” नित्य सुबह जगकर करें, हम ईश्वर का ध्यान। जिनकी महिमा है अमित, करुणा कृपा-निधान ।। नये वर्ष में क्या नया, करिए नित्य…