बिहार की गौरवगाथा गुणगान करूँ, सम्मान करूँ नित-नित झुक मैं प्रणाम करूँ। बिहार की गौरवशाली गाथा का, सुनो, आज मैं बखान करूँ। गुणगान करूँ………………. पतित पावनी गंगा ने यहाँ, निर्मल…
Category: Bhakti
For the attainment of God in the world, for the welfare of the person, one has to do spiritual practice for salvation. For this, Bhakti is the best. Therefore, devotion to God and having prayer and meditation is called Bhakti.
मातृभूमि है मेरा बिहार-डॉ अनुपमा श्रीवास्तव
मातृभूमि है मेरा बिहार जन्म लिया तेरी धरती पर है तेरा मुझपर उपकार शीश झुकाऊ छूकर मिट्टी नमन करुँ मैं तेरा बिहार। जन्म दिवस है आया तेरा तुझसे ही मेरी…
गौरवशाली बिहार-नरेश कुमार “निराला”
गौरवशाली बिहार गा रहा हूँ गौरव गाथा अपने गौरवशाली बिहार की, प्रथम गणतंत्र बन राह दिखाई प्रेरणा यह संसार की। गंडक, घाघरा, सोन और पुनपुन प्रगतिशील बिहार की शान है,…
बिहार का गौरव-अशोक कुमार
हमारा गौरव कर्मभूमि की करुणा है, यहां बाबू वीर कुंवर ने अवतार लिया। अस्सी के उम्र में उन्होंने, अंग्रेजों पर प्रहार किया।। अपनी वीरता का उन्होंने, इतिहास में पहचान दिया।…
बिहार की कहानी-निधि चौधरी
बिहार की कहानी मेरी मिट्टी के किस्से सदियों पुरानी, सुनाने मैं आई हूँ बिहार की कहानी। मैं नर में महावीर नारी में सीता, गंगा सी मैं हूँ, पावन सरिता। गज…
हम हैं बिहारी-कुमार संदीप
हम हैं बिहारी सिक्खों के दसवें गुरू गोविंद सिंह की पावन-पुनीत जन्मभूमि है बिहार भगवान बुद्ध, जिन्होंने विश्व को सिखाया शांति और अहिंसा का पाठ उनकी जन्मभूमि है बिहार हमें…
सुंदर ताज है बिहार-एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
सुंदर ताज है बिहार बहुत पावन है यह तपोभूमि बहुतों ने है बनाया कर्मभूमि यह तो है उच्चावच में शुमार ऐसा प्रांत है तन्हा वह बिहार। जिसने किया है अपना…
गौरवशाली गौरव भूमि बिहार-अपराजिता कुमारी
गौरवशाली गौरव भूमि बिहार भारत के पूर्वी भाग में प्रसिद्ध ऐतिहासिक राज्य 99 हजार 200 वर्ग किमी क्षेत्रफल में विस्तृत बिहार। पटना है राजधानी, उत्तर में नेपाल दक्षिण में झारखण्ड,…
फणीश्वर नाथ रेणु-आलोक कुमार मल्लिक
फणीश्वर नाथ रेणु “मैला आँचल” रचने वाला कथा जगत के ध्रुव तारा पद्मश्री वापसी कर उसने लोकतंत्र किया उजियारा। “परती परिकथा” में उसने ग्राम्य ले जाकर किया विभोर “जुलूस” लेकर…
सृजनहार प्रभु-कुमारी अनु साह
सृजनहार प्रभु हे जग के सृजनहार प्रभु तुम हो पालनहार प्रभु। दुनिया बनाई कितनी सुंदर हरी धरती नीला समंदर नदियाँ, पहाड, चाँद, सितारे उडते रंग बिरंगे पंछी सारे मन को…