धरा की खूबसूरती और बढ़ाने के लिए, रिश्तों को प्रेम रंग में सजाने के लिए, बेटी,बहन,पत्नी,प्रेमिका मॉं ,फुआ, रिश्तों के अनेक रूपों में भावों को सदा ही दिखाने के लिए,…
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Through Padyapankaj, Teachers Of Bihar give you the chance to read and understand the poems and padya of Hindi literature. In addition, you can appreciate different tastes of poetry, including veer, Prem, Raudra, Karuna, etc.
बेटी -देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
ममता बड़ी प्यारी है, समता बड़ी न्यारी है, बेटी ही तो बनती माँ, माँ की परछाईं है। मानवता की जान है, देश का अभिमान है, नील गगन से जाके, आँख…
मेरी बेटियां -डॉ स्नेहलता द्विवेदी
मेरी बेटियां! मेरी प्रतिरूप, मैं बसती हूं उनमें, अंतस्त बिल्कुल अंदर, आद्यो पांत सर्वांग, प्राण वायु की तरह। मेरी बेटियां! मुस्कुराहटों में, आशाओं में, बातों में, आख्यानों में, संवाद में,…
बेटी तो घर की आन है – एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
बेटीयां तो घर की आन है बाप की अनुपम पहचान है जो समझता है बेटी को बोझ वह तो सबसे बड़ा नादान है क्यों करते हो बेटा और बेटी वह…
रामधारी सिंह दिनकर – देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
जन्म दिन कविवर, गाएँ गुण मिलकर, दिनकर उपनाम, सभी विधा जानते। जन्मे थे कृषक घर, मिला मातु शुभ वर, सूर्य-सा दैदीप्यमान, राष्ट्र उन्हें मानते। कवि दिव्य मन वाले प्रतिभा जगत…
नव निर्माण – कुमकुम कुमारी
युग है यह निर्माण का, नूतन अनुसंधान का। हम भी कुछ योगदान करें, अपना चरित्र निर्माण करें। प्रकृति ने है हमें रचाया, निर्मल काया दे सजाया। इसका हम अभिमान करें,…
हिन्दी दिवस -कुमारी निरुपमा
हिन्दी ही हमारा वतन है हिन्दी ही हमारा चमन है हिन्दी और हिन्दोस्ता बढाएं हमारी एकता। हिन्दी को हम अपनाएंगे मान इसका हम बढाएंगे हिन्दी हमारा नजराना अग्रेजी में धौंस…
बहुत प्यारी ज़बां ये है – एम० एस० हुसैन
पढ़ो हिन्दी , लिखो हिन्दी बहुत प्यारी ज़बां ये है इससे टपकती है मधुरिम सदा प्रेम की निगहबां ये है ये भाषाओं की जननी है सदा ही शब्द निर्झरणी है…
हिंदी – अनुपमा अधिकारी
हिंदी भारत की शान है हिंदी हमारी पहचान है शान से हिंदी बोलते और लिखते हैं, हिंदी ही हम सबका अभिमान! हिंदी भारत की गौरव गाथा है हिंदी ही ऐसी…
मैं हिन्दी भाषा हूँ – रीना कुमारी
मैं हूँ हिन्दी भाषा, यही है मेरी परिभाषा, मैं सबके मुख पर रहती, मैं हूँ मातृभाषा मैं हूँ हिन्दी भाषा। मेरी जननी संस्कृत भाषा, जो होती देवों की भाषा, मैं…