तुम मुझको नारी रहने दो… डॉ स्वराक्षी स्वरा

गीततुम मुझको नारी रहने दोअपनी अधिकारी रहने दो ।। सत्ता का लोभ नहीं मुझकोन  दौलत  की  ही चाहत है पैरों   के  बंधन   तोड़  मेरे निर्बन्धता   में    राहत    है चालें तेरी…

प्रार्थना गीत रामकिशोर पाठक

प्रार्थना गीत भूल अगर हो जाए हमसे, माफ सदा कर देना। राम कृपा बस इतना करना, संबल का वर देना।। कष्टों में परिजन कुछ मेरे, तुझको सदा पुकारे। बिना तुम्हारे…

संशय में कृष्ण- महामंगला छंद- राम किशोर पाठक

कृष्ण कन्हैया अगर, आते मिलने आज। होते विस्मित मगर, देख सभी के काज। माखन मिसरी सहज, उनको देता कौन। दुनिया दारी समझ, रहे न कोई मौन।। राधा जैसी सहज, मिलते…

ज्ञान की ज्योति जगा दे माँ- विवेक कुमार

हे माँ शारदे, वीणावादिनी माँ, ज्ञान की देवी, ज्ञान की ज्योति जगा दे माँ, मैं हूंँ तुच्छ अज्ञानी, मुझे ज्ञान का मार्ग दिखा दे माँ! हे माँ हंसवाहिनी, अंधकार निवारणी,…