तुम मुझको नारी रहने दो… डॉ स्वराक्षी स्वरा

गीततुम मुझको नारी रहने दोअपनी अधिकारी रहने दो ।। सत्ता का लोभ नहीं मुझकोन  दौलत  की  ही चाहत है पैरों   के  बंधन   तोड़  मेरे निर्बन्धता   में    राहत    है चालें तेरी…

राष्ट्रीय एकता दिवस – राम किशोर पाठक

राष्ट्रीय एकता दिवस   दिवस राष्ट्रीय एकता वाला। लेकर समरसता का माला।। आओ इसकी कथा सुनाएँ। सरदार पटेल से मिलवाएँ।। जन्म दिवस उनका है आज। संघटित भारत करने का काज।।…

मतदान है लोकतंत्र की जान – अवधेश कुमार

जनता की ताकत, जनता की शान,मतदान है लोकतंत्र की जान। हाथों में है शक्ति अपार,एक वोट बदल दे देश का जनाधार । लोकतंत्र का मंदिर यही,जहाँ होती जनता की जवाबदेही…

दीप पर्व – मनहरण घनाक्षरी

दीप पर्व – मनहरण घनाक्षरी दीप पर्व अनुपम, आया हरने को तम, रहे नहीं कोई गम, दीप को जलाइए। करें गणेश वंदन, लक्ष्मी पूजन-अर्चन, हर्षित हो तन-मन, नवगीत गाइए। शुभता…

दीप जलाना – कुंडलिया

दीप जलाना – कुंडलिया दीप जलाना आज है, जगमग करना व्योम। पुलकित पावन हो हृदय, प्रेम भरा हर रोम।। प्रेम भरा हर रोम, सभी से मिलकर कहते। हरण सभी हो…

दीप ज्योति नमो नमः।

दीप ज्योति नमो नमः। यत्र नास्ति दीपं तत्र वा तिमिरं। आगमनेसतत्र ज्योति कुतो वा तिमिरं।। यतो दीपं ततो धर्म:। दीप ज्योति नमो नमः।। लोके दीपं सत्यस्वरूपं। पथालोकितं यत भूपं।। सदा…

रामायण – राम किशोर पाठक 

आओ चिंतन कर लें थोड़ा, जो खुद गढ़ते हैं। गाथा सुंदर रामायण की, हम-सब पढ़ते हैं।। नारायण होकर जब नर सा, विपदा झेला है। फिर क्यों रोते रहते हम-सब, दुख…

कैकेई का त्याग – विधाता छंद गीत – राम किशोर पाठक

कैकेई का त्याग- विधाता छंद गीत जगत कल्याण के कारण, किया विष पान त्रिपुरारी। पुनः दुनिया बचाने को, किया है त्याग निज नारी।। निभायी राष्ट्र से नाता, लुटायी स्वप्न थी…