संचार के बदलते साधन एक समय ऐसा भी था। जब संदेश वाहक होते थे कबूतर प्यारे। पैरों में संदेश बंधा हुआ पहुंचाते थे हमारे।। समय बदला खुल गए डाकघर। पत्र…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
किताबें करती है बातें-मधु कुमारी
किताबें करती है बातें करती है किताबें बातें अतीत की, वर्तमान की और सुंदर भविष्य की…… प्यार की, दुलार की और रहस्यमयी वरदान की तो क्या सुनोगे…
अनुभव-संगीता कुमारी सिंह
अनुभव जिंदगी दे जाती हमें नित नये अनुभव। कुछ तीखे, कुछ मीठे, कुछ कड़वे हैं ये अनुभव। कभी हैरान, कभी परेशान, कभी विस्मित कर जाते!! कभी गुदगुदाते, तो कभी रुलाते…
नशा मिटाएंगेे-मुकेश कुमार
नशा मिटाएंगे नशा एक बुरी आदत है, इससे होते सब आहत हैं, सबको इससे मुक्ति मिले, हम शिक्षकों की यही चाहत है। इसके लत को जो भी लगाया, खुद को…
प्रकृति के रंग-मनोज कुमार मिश्र
प्रकृति के रंग प्रकृति तेरे रंग हजार, अद्भुत लगता है यह संसार। रुखा सुखा पतझड़ भी है, और साथ में बसंत बहार।। हाड़ तोड़ती ठंड कहीं है, कहीं गर्मी का…
शुभ संस्कार-दिलीप कुमार गुप्त
शुभ संस्कार आध्यात्मिकता से सुख मिलता है अन्तःकरण निर्मल होता है अद्वैत न होता दुश्वार सुपथ देता तब आत्मोद्धार उदित होताजब शुभ संस्कार । सात्विक प्रवृत्तियाँ जगती हैं पापवृतियाँ क्षरित…
मैं धन हूँ-भवानंद सिंह
मैं धन हूँ मैं धन हूँ किसी के पास कुछ भी नहीं, किसी के पास बहुत ज्यादा किसी के पास थोड़े कम हूँ । मैं उनके पास रहता हूँ जो…
वन हो रहे हैं कम-अपराजिता कुमारी
वन हो रहे हैं कम धरती पर वन हो रहे हैं कम कैसे बचेगा पृथ्वी पर जनजीवन जनसंख्या भी बढ़ा रहे हैं हम आधुनिकीकरण और औद्योगिकीकरण से वन भूमि पर…
तोता-नरेश कुमार “निराला”
तोता हरे रंग का सुन्दर तोता प्यारा सा मनमोहक तोता, सीताराम दुहराता तोता सबके मन को भाता तोता। पिंजरा देख डर जाता तोता लाल चोंच दिखलाता तोता, हरी मिर्च को…
पैसे पेड़ पर नहीं उगते-धीरज कुमार
पैसे पेड़ पर नहीं उगते ये दुनिया ईश्वर की रचना। फल-फूल पेड़ पर है उगते।। पैसे-रुपए है मानव की रचना। पैसे पेड़ पर नहीं उगते।। बहुत मेहनत करो और कड़ी…