मुबारक टीचर्स ऑफ बिहार टी. ओ. बी के द्वितीय वर्षगाँठ पर, दूं मैं क्या उपहार! मुबारक़ टीचर्स ऑफ बिहार। 20 जनवरी का वह शुभ दिन, जिस दिन यह अस्तित्व में…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
टी ओ बी की महानता-सुधीर कुमार
टी ओ बी की महानता टीचर्स ऑफ बिहार ग्रुप का पूरा हुआ दो वर्ष, आज के दिन इसकी स्थापना हमने की थी सहर्ष। कवियों और लेखकों ने पाया मान और…
टीचर्स ऑफ बिहार-नूतन कुमारी
टीचर्स ऑफ बिहार विस्तार करुँ कैसे तेरा, व्याख्या तेरा है सीमित नहीं, यह टीम टीओबी है अनूठा, उदाहरण में वर्णन निहित नहीं। पद्यपंकज और गद्यगुंजन से, हर रोज सजे इसकी…
धन्यवाद टीचर्स ऑफ बिहार-मनोज कुमार दुबे
धन्यवाद टीचर्स ऑफ बिहार जिस घर में मुझको स्नेह मिला कैसे कहूं मैं धन्यवाद जहाँ जीवन को नव नेह मिला कैसे कहूं मैं धन्यवाद यह केवल कोई मंच नहीं यहां…
टी ओ बी के सृजनहार-प्रीति कुमारी
टी ओ बी के सृजनहार जिसनें हमें यह मंच दिया जिसने हमको पहचान दिया, जिसने हमारी प्रतिभा को निखारने का प्रयास किया, जिसने भरा हमारे अन्दर नई ऊर्जा और नव-संचार, …
टीचर्स ऑफ बिहार-लवली वर्मा
टीचर्स ऑफ बिहार ऐसा मंच है, टीचर्स ऑफ बिहार। करता जो है, हमारी प्रतिभा उजागर। हमारे अस्तित्व को, आपने नई पहचान दी। पंख जकड़े हमारे, उसको नई उड़ान दी। पाया…
टी. ओ. बी. एक पथ प्रदर्शक-कुमकुम कुमारी
टी. ओ. बी. एक पथ प्रदर्शक टीचर्स ऑफ बिहार राइटर्स क्लब को करते हम शत-शत प्रणाम हैं जिसने हम साहित्यकारों को दिया नई पहचान है। गद्यगुंञ्जन व पद्यपंकज लाकर हमारी…
टीचर्स ऑफ बिहार-एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
टीचर्स ऑफ बिहार ऐ टीचर्स ऑफ बिहार तेरा है सादर आभार तूने हमारी प्रतिभा को दिया है खूब निखार। तेरे हैं दो अनमोल रतन पद्य पंकज, गद्य गुंजन ब्लाग भी…
जीवन प्रदाता पेड़-लवली वर्मा
जीवन प्रदाता पेड़ आओ हम सब पेड़ लगाएं, पर्यावरण को शुद्ध बनाएं। करता दूषित गैस अवशोषण, देता हमें शुद्ध ऑक्सिजन।। कम करता है यह प्रदूषण , पृथ्वी पर लाता है…
मकरसंक्रांति-कुमकुम कुमारी
मकरसंक्रांति देखो-देखो आया मकरसंक्रांति का त्योहार, जन-जन में छाया देखो खुशियाँ अपार। घर-आँगन बुहारे मिलकर नर-नार, सूर्य अराधन को देखो बच्चे भी हैं तैयार। सूर्य देव तो हैं हमारे जीवन…