निपुण भारत, निपुण बिहार – संजय कुमार सिंह

बच्चों की फुलवारी कितना महक रही है देखो तो मुनिया बेटी विद्यालय में चहक रही है देखो तो।। चहक – चहक कर बोल रही हर दिन विद्यालय आउंगी पढ़ना –…

बाल विवाह

कथी ल कैलहो बियाह हमर पक्का उमरिया नय होल छै बियाह के हो पप्पा उमरिया नय होल छै बियाह के हो पप्पा ससुरा में हमरा से चूल्हा फुकबैतै छोट छोट…

Sarkari shikchak

सरकारी शिक्षक हम सरकारी स्कूल के शिक्षक शिक्षा की तसवीर बदलने वाले है कम से कम संसाधनों में भी बच्चो की तकदीर बदलने वाले है। स्कूल भवन हो जर्जर चाहे…

कर दे तू उपकार प्रकृति के साथ-सुरेश कुमार गौरव

कर दे तू उपकार प्रकृति के साथ”(कविता) ✍️सुरेश कुमार गौरव प्रकृति का अनोखा और अनुपम है ये उपहार, पेड़-पौधे,नदी, मैदान, वन-जंगल और पठार। फिर सूर्यताप, मिट्टी, हवा,जलश्रोत देती उर्वरा, तब…

हे देश !

हे देश ! हे देश नमन मेरा तुझको तुमने मुझपर उपकार किया, माँ की ममता दी मिट्टी ने सरहद ने पिता का प्यार दिया। गंगा-यमुना सी बहनें दी एक समृद्ध…

सुस्वागतम-सुस्वागतम-मधु कुमारी

सुस्वागतम-सुस्वागतम नव वर्ष का हो रहा नवल आगमन है आशा होगा जन जन का जागरण करते हैं हम संग उल्लास के स्वागतम संग आशाओं से है हर्षमय आगमन सुस्वागतम…सुस्वागतम…सुस्वागतम !…