गुरु पग गहकर

गुरु पग गहकर- सुपवित्रा छंद वार्णिक हम-सब हरपल, सफल यहाँ हैं। सबल प्रबल बन, मगन जहाँ हैं।। सरस सहज सब, गजब कहाँ है। हितकर गुरु जब, सजग वहाँ है।। पथ…

तुम्हें जो सिखाए – राम किशोर पाठक

जलाए सदा दीप आओ बताए। उन्हें मान देना तुम्हें जो सिखाए।। सदा हाथ थामें तुझे जो बढ़ाया। उसे याद लाओ कहो क्यों भुलाया।। सदा शीश आगे उन्हीं के झुकाना। सिखाया…

हम शिक्षक राष्ट्र प्रणेता हैं – राम किशोर पाठक

हम शिक्षक राष्ट्र प्रणेता हैं हम शिक्षक राष्ट्र प्रणेता हैं। हम पल-पल के अध्येता हैं।। हम ही समाज के नेता हैं। दुख दर्द सभी के क्रेता हैं।। हम नवल राह…

शिक्षक दिवस – हर्ष नारायण दास

शिक्षक दिवस शिक्षक नहीं है सामान्य व्यक्ति, वह तो शिल्पकार होता है। गीली मिट्टी को सँवारने वाला कुम्भकार होता है।। उसने ही श्रीराम गढ़े हैं, वह ही श्रीकृष्ण निर्माता। वह…

यादों को छोड़ आते-एस०के०पूनम

पावन दिवस पाँच, सितंबर हर साल, विद्यार्थी के जीवन को,हर्षित कर जाते। जमावड़ा है शिष्यों का, गुलदस्ता है फूलों का, शिक्षार्थी के आँगन से,जाते हैं जुड़ नाते। आचार्य के सानिध्य…

शिक्षा – किशोर छंद – राम किशोर पाठक

    घर-घर अलख जगाने वाली, है शिक्षा। आत्म ज्ञान दे जाने वाली, है शिक्षा। अपनी जहाँ बनाने वाली, है शिक्षा। सबको गले लगाने वाली, है शिक्षा।। दूर बुराई को…