शहीदों से हिन्दुस्तान शहीदों से है हिन्दुस्तान, इनको सिर झुकाएं हम। अमर है इनकी गाथा जो, करती सदा है आंखें नम। आजादी की लड़ाई में, वीरों ने कितने दिये प्राण।…
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मातृभूमि-देव कांत मिश्र
मातृभूमि मातृभूमि है अपनी प्यारी, जन-जन को बतलाना है। इसकी नित रक्षा की खातिर, सुन्दर भाव जगाना है।। देखो माटी चंदन जैसी, लगती कितनी प्यारी है। खुशबू इसकी सौंधी होती,…
आज़ादी के नग्में-नूतन कुमारी
आज़ादी के नगमें स्वर्णिम इतिहास की गाथा, संजोकर दिल में अपने हम, ख़ुशी के गज़लें, आज़ादी के हम नग्में सुनाएंगे। पहुंचे प्रेम की पराकाष्ठा अपने चरम सीमा पर, सभी के…
पानी की कहानी-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
पानी की कहानी आओ बच्चों तुम्हें सुनाएं आज एक नई कहानी। कहां से आता, कहां को जाता है वर्षा का पानी।। सूरज से गर्मी को पाकर जल वाष्प बन जाता…
स्तनपान है अमृतपान-शुकदेव पाठक
स्तनपान है अमृतपान शिशु जन्म के फौरन बाद कराएं सभी मां स्तनपान मां का दूध है अमृत समान रहता जीवन भर अभिमान। मां का दूध जीवन की धारा निर्भर इस…
स्तनपान-अशोक कुमार
स्तनपान मां के गाढ़ा पीला दूध में, पाए जाते हैं कोलोस्ट्रम। जन्मजात शिशु के लिए, होता अमृत समान।। बच्चे स्तनपान के अभाव में, होते कुपोषण के शिकार। जिसको मां का…
हरियाली-अनुज वर्मा
हरियाली सावन के आने से, हरियाली चहूँ ओर छाई। गजब है ये सृष्टि हमारी, सभी दिखती रंगों से प्यारी। पेड़ों की शोभा है हरियाली, पत्तियों की काया हरियाली। हरियाली जब…
मां भारती-अशोक कुमार
मां भारती मां भारती कर्म भूमि तेरी, निर्मल धारा पवन करे फेरी। गंगा के अविरल धाराओं ने, कष्टों का निवारण करें मेरी।। तेरी गोद में बहती गंगा, सबका जीवन है…
प्रश्न और उत्तर-सुधीर कुमार
प्रश्न और उत्तर सूरज में कहां से आती गर्मी, चांद में होती क्यों शीतलता? आओ उसको शीश झुकाएं, जिसने दी है जल को तरलता। कौन चलाता है वायु को, कौन…
गंगा-नूतन कुमारी
गंगा मोक्षदायिनी गंगा सर्वस्व समाहित कर जगत को निरंतर करती दुलार मां समान। कल्याणकारी गंगा इक बूंद से तृप्ति हो ऐसी ज्यों बुझी तृष्णा अनंत जन्मों की। पतितपावनी गंगा…