भारत माँ का गहना हिन्दी- हर्ष नारायण दास

हिन्दी के बिन्दी को मस्तक पर नित सजा चमकाएँगे, सर आँखों पे बिठाएँगे। यह भारत माँ का, गहना है। हिन्दी मेरा ईमान है, हिन्दी मेरी पहचान है।। हिन्दी हूँ मैं…

सभ्यता की पहचान है हिन्दी – सुशील कुमार

देवभाषा से निकली हमारा स्वाभिमान व ईमान है हिन्दी, शस्य‐श्यामल धरा का शृंगार है हिन्दी। मर्म से भरी भाषा यह सुन्दर जीवन की अभिलाषा यह, मात्र समृद्ध शब्दों का सूत्रधार…

भारत की गौरवगाथा हिंदी – गुड़िया कुमारी

  हमारी राजभाषा है हिंदी, भारत की गौरवगाथा है हिंदी। जन -जन की भाषा है हिंदी, भारत की आशा है हिंदी। हिन्द देश की आन है हिंदी, मान, सम्मान, अभिमान…

हिंदी का मान बढ़ाएँगे- विवेक कुमार

जो भाषा माँ से सीखी जाती, जग में सबका मान बढ़ाती, एकता का प्रतीक बन जाती, उसकी गाथा जन-जन को बतलाएँगे, उस हिंदी का मान बढ़ाएँगे। हिंदी की बिंदी जिसके…

हिंदी – अवनीश कुमार

  भारतवासियों के भावों की अभिव्यक्ति हिंदी। जन- जन, गण- गण, मन-मन में पुष्पित पल्लवित हिंदी।। सुजलाम सुफलाम् मलयजशीतलाम्, शस्यश्यामलाम् मातरम् हिंदी। अलंकारों में कंगन सी खन-खन खनकती हमारी हिंदी।।…

हिंदी की बिंदी – प्रियंका कुमारी

  अक्षर से अक्षर सजाऊँगी मैं, हिंदी की बिंदी लगाऊँगी मैं। हिंदी की महत्ता बताऊँगी मैं , हिंदी की बिंदी लगाऊँगी मैं। तत्सम तद्भव की माला बनाऊँगी मैं, हिंदी की…

हिंदी दिवस – अमरनाथ त्रिवेदी

हिंदी दिवस मनाएँ ऐसे, जिसमें भाव प्रवणता हो। दिल ही नहीं दिमागों में भी , कार्य करने की क्षमता हो।। हिंदी हमारी मातृभाषा है, इसको सदा सशक्त करें। यही तो…

हिंदी राष्ट्रभाषा- रूचिका

    हिंदी मेरी जुबान हिंदी मेरी पहचान, कभी भावनाओं के ज्वार थामे, कभी जज्बातों को दे पहचान। हिंदी मेरी जुबान। कल्पनाओं के जो महल बनाई, दर्द की तीव्रता जब…

मैं नारी हूँ- प्रियंका कुमारी

  अबला नहीं, मैं नारी हूँ। करुणामयी , कल्याणी हूँ।। लज्जा सदैव सिरमौर रहा, अंतस में है कुछ खौल रहा , मैं दबी राख, चिंगारी हूँ। अबला नहीं, मैं नारी…