मनहरण घनाक्षरी- एस. के. पूनम

भारत के तिरंगे में, शोभित हैं तीनों रंग, फहराए हवा संग, झुका आसमान है। जल,थल,नभ सेना, तत्पर रक्षा में सदा, देते रहे बलिदान, जारी अभियान है। नभ में विमान उड़े,…

आजादी का ज़श्न – रूचिका

आजादी का जश्न कुछ इस प्रकार मनाएँ, अशिक्षा, गरीबी, भूखमरी को मिटाएँ। सिर्फ सिद्धांत से ही नही अनुपालन से भी, हम चलें समानता का अलख जगाएँ।। अंधाधुंध विकास की दौड़…

राष्ट्रध्वज- रत्ना प्रिया

राष्ट्रध्वज है शान हमारी, लहर-लहर लहराए , आजादी की मतवालों की, गाथा कहता जाए। शौर्य व साहस भरनेवाला, है केसरिया बाना, त्याग की शक्ति तप के बल को, दुनिया ने…

स्वाधीन- शिल्पी

देश मेरा जागृत है अधिप, अंतःकरण सुषुप्त अवस्था में है केवल, कई-कई बार जन्मा है यह वात्याचक्र के शिविर से निकल कर। जन्मी हैं इसमें कई-कई सभ्यताएँ, उदीयमान हैं जो…

आजादी की शान तिरंगा – मीरा सिंह ‘मीरा’

हम सबकी पहचान तिरंगा है। आजादी की शान तिरंगा है। वीरों का जयगान तिरंगा है। देश की आन-बान तिरंगा है।। है यही संकल्प हमारा, झुके नहीं यह ध्वज हमारा। पूरब-पश्चिम,…