प्रखर युवा का जोशीला आगाज़ हो। बदलते तकनीक में भी नया अंदाज हो।। करुणा भरी नदी में विशाल जहाज़ हो। पौरुष ऐसा निर्भीक मानो सक्षम यमराज हो।। जिसमें हर बाधा…
Category: Uncategorized
एक योगी – स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या”
एक योगी ! मानव को है जगाता, चेतना को है उठाता, विश्व के रण में उतरता, एक योगी ! एक योगी ! उस शिकागो को बुलाता, भ्रातृत्व का संदेश…
युवाशक्ति- डॉ स्वराक्षी स्वरा
उठो युवा, चलो युवा तुझे है पथ पुकारता स्वर्णिम इतिहास रचो वक्त है निहारता।। लो अंजुरी में नीर तुम, करो प्रगाढ़ संकल्प करोगे कर्म हर दिवस, न दूसरा कोई…
युवाशक्ति के प्रतीक स्वामी विवेकानंद- सुरेश कुमार गौरव
हे स्वामी! जग में ज्ञानदीप आपने जलाया, हर हृदय में नवचेतना को खूब सजाया। कर्म का संदेश देकर विश्व को समझाया, योग का मर्म आपने जग में पहुँचाया।। शिकागो…
हम हिन्दी के दिवाने हैं – रामकिशोर पाठक
यह अंग्रेजी का जमाना है, हम हिन्दी के दिवाने हैं। होता समाज का नवीनीकरण, और हमारे ख्याल पुराने हैं।। हिन्दी की व्यथा से आज, हर कोई बनें अनजाने हैं।…
राष्ट्रधर्म निभाती हिन्दी – स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या”
हिंदी! संस्कृत की जाई, देवनागरी लिखाई, स्वर व्यंजन वर्ण, सब से बन है पाई। हिंदी ! सुपाठ्य और सुलेख्य, कुछ भी नहीं अतिरेक। जैसी दिखती, वैसी होती, बोलना लिखना सब…
हिन्दी हमारी शान है- सुरेश कुमार गौरव
हिन्दी हमारी शान है, हिन्दी है पहचान, संस्कृति का अभिमान, हिन्दी का गान। मिट्टी की खुशबू में रचती यह दमक, हिन्दी है भारत की अद्भुत चमक। शब्दों का यह…
दुश्मनी कभी न पालिए- अमरनाथ त्रिवेदी
अगर दोस्त किसी के बन न सके, तो दुश्मनी भी किसी से न पालिए। ईर्ष्या, द्वेष, घृणा की आग में, कभी जीवन को न गुजारिए। जलाती पहले ईर्ष्या खुद…
दोहावली- रामकिशोर पाठक
किसके मन में क्या यहॉं, जान सका कब कोय। कोई दुख से रो रहा, कोई सुख में रोय।। उलझन का हल ढूँढिए, बड़े धैर्य के साथ। औरों से मत…
कुछ नवीन सृजन करो- कुमकुम कुमारी
त्यागकर व्यग्रता को अब तुम, मनन करना शुरु करो। कठिन परीक्षा अभी बहुत है, मन को तुम धीर करो। खोल कर ईक्षण को अपने, स्वयं के दर्शन करो। दिए…