छुआछूत- नीतू रानी

भारत के ये वीर सपूत, जिसने मिटाया छुआछूत। रामजी मालोजी सकपाल के थे सुपुत्र भीमाबाई के थे चौदहवीं पुत्र। गरीब परिवार में लिए अवतार, व्यक्तियों में बन गए सबसे खास।…

मानव जीवन के निहितार्थ – अमरनाथ त्रिवेदी

माटी का  यह   बना  खिलौना, एक दिन माटी में मिल जाएगा। कोई नहीं  होगा हम  सबके संग, केवल धर्म-अधर्म  साथ  जाएगा। कुछ तो अच्छा कर  ले प्यारे, जो जीवन भर…

प्यारे-न्यारे चंदा मामा- अमरनाथ त्रिवेदी

चंदा मामा चंदा  मामा, लगते कितने प्यारे हो। अनगिनत तारों के संग तू , लगते शीतल न्यारे हो। तुममें जो शीतलता है , वह सबके मन को भाता है। भव्य…

शिक्षा है संकल्प हमारा – सुरेश कुमार गौरव

  शिक्षा है संकल्प हमारा, ज्ञान का दीप जलाना है। अज्ञान तिमिर को हराकर नई राह दिखलाना है। शब्दों का मधुर संगीत, ज्ञान का अमूल्य आधार। शिक्षा से उन्नति पथ…

दोहावली- देवकांत मिश्र ‘दिव्य’

  मन में सोच-विचार कर, करिए नव संकल्प। जीवन में सद्भावना, कभी नहीं हो अल्प। दान-पुण्य की भावना, हो जीवन का मर्म। कष्ट मिटाकर दीन का, करिए सुंदर कर्म।। भरें…

दोहावली – देवकांत मिश्र ‘दिव्य’

रखें शिष्य के शीश पर, गुरु आशिष का हाथ। तिमिर सर्वदा दूर हों, पथ आलोकित साथ।। विद्यालय है ज्ञान का, परम सुघर भंडार। छात्र सदा पाते यहाँ, एक नया संसार।।…

बीज की चाह- मेराज रजा

  दाना हूँ मैं नन्हा-मुन्ना, मिट्टी में हूँ गड़ा-गड़ा! कैसी होगी दुनिया बाहर, सोच रहा हूँ पड़ा-पड़ा! मीठा-मीठा पानी पीकर, अंकुर मैं बन जाऊँ! बढ़िया खाद मिले तो खाकर, खिल-खिलकर…

प्यारा-सा चाँद – भोला प्रसाद शर्मा

  चमक रहा है आसमान में, प्यारा-सा चाँद, सितारों के संग खेल रहा है प्यारा-सा चाँद। चुपके-चुपके झाँक रहा है बादलों की आड़ में झिलमिल रोशनी फैला रहा, पुरवाई बयार…