सुनो सुनो सुनो…………..
लाया हूं एक सुंदर-सा पैगाम,
नवाचार में जिला ने किया नाम,
देश में पाया पहला मुकाम,
मुकाम पा लहराया परचम,
बढ़ाया देश में जिले का मान,
छात्रों का बढ़ाया अभिमान,
पायी उपलब्धि आसान न थी,
राहें भी इतनी आसान न थी,
छात्रों के नवाचार को आगे लाने का उठाया बीड़ा,
डीईओअरविंद सिन्हा सर है वो सच्चे हीरा,
छात्रों के विचारों को राष्ट्रीय स्तर पर लाने हेतु,
बनाई एक सुदृढ़ रणनीति,
अमित जी के कुशल नेतृत्व में शुरू हुआ काम,
छात्रों के नवाचारों से पोर्टल हुआ जाम,
टीम वर्क से अन्ततः पाया गौरव और सम्मान,
12 सितम्बर को पहुंचा शिखर पर बढ़ाया मान,
मगर,
पूर्ण सम्मान पाने में बचे चंद दो दिन,
रखनी होनी पैनी नजर संभव नहीं नवाचार के बिन,
विवेक करता आरजू विनती सभी से आज के दिन,
बचे नवाचारों कोआज ही भेजिए,
अपने मूल कर्तव्य निभाइए,
15 सितम्बर अंतिम है रखना याद,
मिले सम्मान को न होने दीजिए बर्बाद,
देश में बजेगा जिले का डंका,
सहभागी बने उस पल का जिसमें न कोई शंका।
विवेक कुमार
भोला सिंह सीनियर सेकेंडरी स्कूल, पुरुषोत्तमपुर, कुरहनी, मुज़फ़्फ़रपुर
