मासूम बच्चे की चाह-एम एस हुसैन कैमूरी

मासूम बच्चे की चाह

उम्र अभी कच्चा है
मगर दिल सच्चा है
लोग मेरी बातों पर
विश्वास नहीं करते
हर बार यही सुनाते
तू अभी तो बच्चा है
पर क्या हुआ ?
हमारे इरादे बुलंद हैं
हम सत्य के संग है
यह और बात है कि
हमारे शरीर तंग है
हाँ मुझे भी है प्यारा
हर वह काम करना
हिन्द देश को पसंद है
तो फिर कैसे कहते हैं
लोग मुझे एक ही बात
जा तू अभी बच्चा है ।
अवश्य एक दिन मैं
हर वह काम करूँगा
सफलता की सोपान
मैं भी अवश्य चढूँगा
बस आप लोग मुझे
रोकें नहीं, टोकें नहीं
मुझ मासूम बच्चे की
बस यही है कामना।

एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
कैमूर बिहार

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