बादल से जल मिले, भोजन से बल मिले, कभी कहीं तेल बिना, दीप नहीं जलता। काल पा के बड़ा होता, समय से खड़ा होता, बसंत के आने पर, वृक्ष भी…
जीवन का मर्म – कुमकुम कुमारी”काव्याकृति”
भूलकर भेदभाव,दिल में हो समभाव, जीभ पर रहे सुधा,प्रेम रस पीजिए। होठों पर मुस्कान हो,गम का न निशान हो, मीठे बोल बोलकर, सुख सदा दीजिए। जीवन में हो उमंग,चाह का…
आपदा-मधु
आपदा है हम सब पर भारी लड़ने की करें हम पूरी तैयारी। आपदा को जाने और समझे, लड़ने की हर रणनीति को समझे। आती नहीं बताकर आपदा, सालों साल सताती…
एक संदेश-अवनीश कुमार
है इतिहास साक्ष्य बनकर कह रहा जब जब अत्याचारियों का सितम बरस रहा जब जब मनुज स्वन्त्रता का अर्थ न समझ रहा जब जब मनुज पर परतंत्रता का संकट गहरा…
जागृति-अमरनाथ त्रिवेदी
पूर्व अमित आख्यान सुन , क्यों नहीं तू सँभल रहे हो ? किस द्वेष -राग मे लिप्त हो , मानवता को ठुकरा रहे हो ? किन संकीर्ण स्वार्थों के बीच…
स्वाभिमान-जय कृष्णा पासवान
बागों की सुंदरता है, फूल और कलियां । “माली तो उसकी जान है” भंवरे मचल-कर गीत सुनाते, यही तो उसकी पहचान है।। यही तो स्वाभिमान है…….।। काली घटा मंडराती है…
पुस्तक मेला – नीतू रानी
रेणु उद्यान में पुस्तक मेला लगा है चलो हम सब करें पुस्तक दान, हर पंचायत में हो एक पुस्तकालय पढ़ेंगे वहाँ बच्चे बूढ़े जवान। राहुल कुमार डीएम साहब के द्वारा…
पुस्तक सच्ची मित्र हमारी -मीरा सिंह “मीरा”
भला बुरा सबको समझाती हल्का करती हर दुख भारी। हाथ पकड़कर राह दिखाती पुस्तक सच्ची मित्र हमारी।। हर बाधा से हमें बचाती यह जीने का हुनर सिखाती। जब गहराता गहन…
किताब -मो.मंजूर आलम
खाली अलमारियों को किताबों से भर दो, बैठो कभी तन्हा तो निकाल कर पढ़ लो। हो मन उदास तो- उठा लो कोई गीत गजल चुटकुले कहानियों की किताब… पढ़ भगा…
बाल घनाक्षरी -जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
बच्चे करें भागदौड़, जैसे होता घोड़ा दौड़, कोई कीत-कीत कोई, खेलता कबड्डी है। किसी की कमीज ढ़ीली, नया जूता पैंट नीली, कोई पेन्हें कोट-शर्ट, कोई पेन्हें चड्डी है। बिना चक्का…