बाल विवाह

कथी ल कैलहो बियाह हमर पक्का उमरिया नय होल छै बियाह के हो पप्पा उमरिया नय होल छै बियाह के हो पप्पा ससुरा में हमरा से चूल्हा फुकबैतै छोट छोट…

क्या होती है बेटियां

बेटियां क्या होती है…. बेटा वंश तो अंश होती है बेटियां दो कुलों की आन-बान-शान होती है बेटियां कुदरत जब हो मेहरबां तो परियों के देश से आती है बेटियां…

Sarkari shikchak

सरकारी शिक्षक हम सरकारी स्कूल के शिक्षक शिक्षा की तसवीर बदलने वाले है कम से कम संसाधनों में भी बच्चो की तकदीर बदलने वाले है। स्कूल भवन हो जर्जर चाहे…

राष्ट्रकवि सोहनलाल द्विवेदी – सुधीर कुमार

सोहनलाल द्विवेदी की मैं गाथा तुम्हें सुनाता हूँ । इनका जीवन और कृति से परिचय तुम्हें कराता हूँ द्विवेदी जी का हिंदी में है बहुत उच्च स्थान । राष्ट्र प्रेम…

वर्षा की बूंदे – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

मनहरण बाल घनाक्षरी “””””””””””””””””””””””” टप – टप गिरे ऐसे, लगता है मोती जैसे, नभ से वर्षा की बूंदे रिमझिम बरसे। ताल भरे लाजबाव, पानी करे छपा-छप, मछली पकड़ने को बालमन…

रावण दहन – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

अपने अंतर्मन का, रावण दहन करें, लोभ-मोह, दर्प-मान बड़ा ही दानव है। दूसरों से बैर भाव, मानवता का अभाव, क्षुद्र बुद्धि अहंकार पीड़ित मानव है। काम- क्रोध पद- रूप, पुत्र-धन,-…

भजन – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

तोहर माथे में मुकुट गले हार सोहे ला, माई दसों हाथ तोहर हथियार सोहे ला। कर में कंगन सोहे भाल सोहे बिंदिया, असुरों के देख तोहे आवे नहीं निंदिया। तोहर…