भिक्षुक-रीना कुमारी

भिक्षुक देखो बच्चो भिक्षुक आया, दरवाजा उसने खटखटाया, मैले-कूचे कपडों में आया, मनही मन जैसे भरमाया, सब दिखाये उसपर माया, देखो बच्चो भिक्षुक आया। झोली उसकी फटी-चिटी, आँखें उसकी धसी-धसी,…

सभी को नमस्कार-प्रकाश प्रभात

सभी को नमस्कार सौर मंडल में सभी, तारों को नमस्कार। ग्रहों को नमस्कार। रवि को नमस्कार। बिधु को नमस्कार। अवनि को नमस्कार। भारत को नमस्कार। भारत देश के चारों दिशाओं…

हमारा प्यारा संविधान-नरेश कुमार निराला

हमारा प्यारा संविधान हम भारत के नागरिक हैं तिरंगा हमारी शान है, लोकतंत्र की रक्षा हेतु बना विशाल संविधान है। हजारों बलिदानों के बाद हमने आजादी पायी है, गणतंत्र के…

एक गिलहरी-निधि चौधरी

एक गिलहरी बड़े पेड़ पर एक गिलहरी, उसे बुलाते सभी सुनहरी। जन्म जब यह लेती है, आँखों से अंधी होती है। धीरे धीरे बढ़ती जाती, फिर दुनियाँ देख पाती। झाड़ियों…

संस्कारों से प्यार है-नूतन कुमारी

संस्कारों से प्यार है जो बना ले संतुलन परिस्थिति से, करे द्वंद्व स्वयं से और नियति से, कायम करे वर्चस्व, अपने कृति से, पाना देना व त्यागना सीखें संस्कृति से,…