दीपावली का संदेश – जैनेन्द्र प्रसाद रवि

दीपावली का संदेश ****** बच्चों अबकी दीवाली में फुलझड़ियों से मुंह मोड़ो। दुनिया की भलाई के खातिर तुम पटाखा मत छोड़ो।। पटाखों से प्रदूषण बढ़ता, होती पैसे की बर्बादी, तुम…

अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी -विवेक कुमार

सजी है बगिया, चहकने को तैयार, आपके आगमन से होगा, हमारा विद्यालय गुलजार, इंतजार कर रही अंखियां, करने को स्वागत और मान। आशा और विश्वास से, आपको किया है आमंत्रण,…

निपुण भारत, निपुण बिहार – संजय कुमार सिंह

बच्चों की फुलवारी कितना महक रही है देखो तो मुनिया बेटी विद्यालय में चहक रही है देखो तो।। चहक – चहक कर बोल रही हर दिन विद्यालय आउंगी पढ़ना –…

मैं सेवानिवृत्त हो गया

पूर्ण हुए जीवन के साठ साल मैं सेवानिवृत हो गया जीवन से नहीं, नौकरी से हां, मैं सेवानिवृत हो गया समाप्त हुआ रोज सवेरे पहले उठना भाग-भागकर वक्त पर तैयार…

बाल विवाह

कथी ल कैलहो बियाह हमर पक्का उमरिया नय होल छै बियाह के हो पप्पा उमरिया नय होल छै बियाह के हो पप्पा ससुरा में हमरा से चूल्हा फुकबैतै छोट छोट…

क्या होती है बेटियां

बेटियां क्या होती है…. बेटा वंश तो अंश होती है बेटियां दो कुलों की आन-बान-शान होती है बेटियां कुदरत जब हो मेहरबां तो परियों के देश से आती है बेटियां…

Sarkari shikchak

सरकारी शिक्षक हम सरकारी स्कूल के शिक्षक शिक्षा की तसवीर बदलने वाले है कम से कम संसाधनों में भी बच्चो की तकदीर बदलने वाले है। स्कूल भवन हो जर्जर चाहे…