प्रकाश पर्व चलो एक ऐसा दीप जलाएं मन के घने दुर्गुण तमस को सत्य के प्रकाश से जगमगाए आओ एक ऐसा दीप जलाएं…. करें ईर्ष्या, द्वेष, स्वार्थ की सफ़ाई मन…
लक्ष्य के ही गिर्द-गिरिधर कुमार
तो क्या हुआ? जो हार गया मैं! अब भी मैं यहीं खड़ा हूँ, पूरे दम खम से, यहीं, यहीं, लक्ष्य के गिर्द। हार से अलग, जीत कहां है, दो नाम…
दीपोत्सव-दिलीप कुमार गुप्त
दीपोत्सव झिलमिल झिलमिल दीप जले अन्तस तिमिर संताप छँटे सद्भावों के धवल व्योम तले अवनितल मैत्री सुमन खिले। ज्ञानालोक अपरिमित पाये विस्तार सदाचार हो मानवता का आधार तिरोहित हो…
दीपोत्सव-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
दीपोत्सव आओ हम सब त्योहार मनाएं, मिल-जुलकर इस दिवाली में। गिले-शिकवे सब दूर करें हम, ताकि दिन बीते खुशहाली में।। चाहे कोई मजदूर किसान। राजा-रंक हो या बलवान। संतान सभी…
अशोक कुमार-माटी की दीया
माटी की दीया आज दिवाली आई, खुब मस्ती लाई। अपने घर अंगनाई, चलो करें सफाई।। माटी की दीया बनाएं, घी का दीया जलाएं, वातावरण को स्वच्छ बनाएं, चलों दिवाली मनाएं।।…
दिवाली-ब्यूटी कुमारी
दिवाली अवनि पर आज अंबर उतर आया दीये की कतार तारों की जगमग ज्योति सी लग रही। आज अमावस की रात बन गई पूनम की रात प्रकाश पर्व आया मन…
चलो दिवाली मनाएं-बीनू मिश्रा भागलपुर
चलो दिवाली मनाएं आओ बच्चों दिवाली मनाएं मन में उत्साह उमंग है छाई चलो दीपों की पंक्तियाँ सजाएं भीतर के अंधियारों को हम मिलकर दूर भगाएं रंग रोगन से सारे…
हाथी राजा-अशोक कुमार
हाथी राजा हाथी राजा अड़े बड़े, सूंढ उठाकर कहां चले। लंबे लंबे कद है इनका, झुमते हुए चले पड़े।। पत्ते हैं इनका आहार, लंबे सूंढ से करते प्रहार। शाकाहारी है…
मिट्टी का दीया-विवेक कुमार
मिट्टी का दीया अरमानों की साज सजा लो, हर घर को तुम सजा धजा लो, अपने मन मंदिर में एक दीप जला लो, सुकून का एक ज्योत जगा लो, धैर्य…
विदा होते पल-सुरेश कुमार गौरव
विदा होते पल विदा होते पल, हमेशा करता जाता समय का छल! न लौट पाने की आशा और न छू पाने के वे कल!! खट्ठी-मीठी, भूली-बिसरी, यादों के वे सुनहरे…