प्रकाश पर्व-मधु कुमारी

प्रकाश पर्व चलो एक ऐसा दीप जलाएं मन के घने दुर्गुण तमस को सत्य के प्रकाश से जगमगाए आओ एक ऐसा दीप जलाएं…. करें ईर्ष्या, द्वेष, स्वार्थ की सफ़ाई मन…

दीपोत्सव-दिलीप कुमार गुप्त

  दीपोत्सव झिलमिल झिलमिल दीप जले अन्तस तिमिर संताप छँटे सद्भावों के धवल व्योम तले अवनितल मैत्री सुमन खिले। ज्ञानालोक अपरिमित पाये विस्तार सदाचार हो मानवता का आधार तिरोहित हो…

दीपोत्सव-जैनेन्द्र प्रसाद रवि

दीपोत्सव आओ हम सब त्योहार मनाएं, मिल-जुलकर इस दिवाली में। गिले-शिकवे सब दूर करें हम, ताकि दिन बीते खुशहाली में।। चाहे कोई मजदूर किसान। राजा-रंक हो या बलवान। संतान सभी…

अशोक कुमार-माटी की दीया

माटी की दीया आज दिवाली आई, खुब मस्ती लाई। अपने घर अंगनाई, चलो करें सफाई।। माटी की दीया बनाएं, घी का दीया जलाएं, वातावरण को स्वच्छ बनाएं, चलों दिवाली मनाएं।।…

चलो दिवाली मनाएं-बीनू मिश्रा भागलपुर

चलो दिवाली मनाएं आओ बच्चों दिवाली मनाएं मन में उत्साह उमंग है छाई चलो दीपों की पंक्तियाँ सजाएं भीतर के अंधियारों को हम मिलकर दूर भगाएं रंग रोगन से सारे…

हाथी राजा-अशोक कुमार

हाथी राजा हाथी राजा अड़े बड़े, सूंढ उठाकर कहां चले। लंबे लंबे कद है इनका, झुमते हुए चले पड़े।। पत्ते हैं इनका आहार, लंबे सूंढ से करते प्रहार। शाकाहारी है…