होली होली आई, होली आई, रंगो का त्योहार है लाई। सबके लिए ये खुशियाँ लाई। चुन्नु मुन्नु ने आवाज लगाई, होली आई, होली आई। सोनू मोनू ने भरी पिचकारी एक…
हमारा पर्यावरण-रीना कुमारी
हमारा पर्यावरण पड़े-पौधे लगाना है, पर्यावरण बचाना है। पानी को बचाना है, जीवन को सजाना है। चिडियों को चहचहाना है, मस्त मयूर नचाना है। मदारी से डमरू बजवाना है। बंदर…
कोसी-डाॅ अनुपमा श्रीवास्तव
कोसी तोड़ के सारी सीमाओं को छोड़ के पिछे बाधाओं को, पीहर आई हैं सब मिलने ये “सातो” नदियाँ हैं बहनें। आया लेने भाई “सावन” स्नेह-सूत बंधवाने “पावन”, इठलाती बलखाती…
दीन हीन आँखें-देव कांत मिश्र
दीन-हीन की आँखें मैंने इस लॉकडाउन में एक दीन-हीन व्यक्ति को देखा पहले जैसा हँसमुख नहीं ख़ामोश व ग़म के आँसू पिए चेहरे पर उदासीनता की रेखा उसकी आँखें कह…
खेल-खेल में शिक्षा-भवानंद सिंह
खेल खेल में शिक्षा बच्चों को भाता है खेल आपस में रखो सब मेल । नहीं किसी से झगड़ा लड़ाई स्कूल में हो सब भाई-भाई । खेल-खेल में शिक्षा पाओ…
पढ़ाई जीवन का आधार-एम एस हुसैन
पढ़ाई जीवन का आधार है आओ जग का मान बढ़ाएं कुछ कर के नाम कमाएं । ऐसे ही रहना बिल्कुल बेकार है क्योंकि पढ़ाई जीवन का आधार है ।। आओ…
मंजिल दूर नहीं-अवनीश कुमार
मंजिल दूर नहीं कर्म निरन्तर करता चल व्यर्थ चिंतन छोड़ता चल रणनीतियाँ गढ़ता चल आत्ममंथन करता चल खुद से तुलना करता चल अपने पर विश्वास रख मिल जाएगी ही मंजिल…
कोरोना एक संकट-प्रीति कुमारी
कोरोना एक संकट कोरोना के इस हाहाकार में सारा जन-जीवन अस्त-व्यस्त लोग भयाकुल और त्रस्त । घर की चहारदीवारी में हम सिमट गए हम उलझ गये जब घर पर थोड़ा…
जल जीवन हरियाली-प्रिती कुमारी
जल जीवन हरियाली है चहुँ ओर हरियाली और चली हवा मतवाली, धरती अम्बर सब डोले जब बाग में पपीहा बोले । जब पुरबा ले अंगराई नभ में बदरी छाई, फिर…
जल-जीवन-स्नेहलता द्विवेदी “आर्या”
जल-जीवन जल की कहानी तुम्हे क्या सुनानी, नदी या नहर में समंदर नूरानी, खाने का पानी या पीने का पानी, नहाने सुहाने या जीने का पानी, पानी ही पानी है…