ko परम सत्ता पर विश्वास हो चिंता की परिधि से हो पृथक सदचिंतन का विस्तार हो मलिन कराल ताप तिमिर से धवल शशि का दीदार हो। लौकिकता के अंतहीन क्षितिज…
आज और अभी की कविता-गिरिधर कुमार
कविता ! कहाँ हो तुम, उदासियों की परत में दबी, यह कैसी आवाज है तुम्हारी, कराहने की, जैसे कोई सीसा सा चुभ गया हो, और सुंदर कल्पनायें निचुड़ सी गयी…
चलो पढ़ें हम-भोला प्रसाद शर्मा
चलो पढ़ें हम नाम कोरोना का सुन अब तुम न घबराना रे—- चलो पढ़ें हम–चलो पढ़ें हम दूरी बना कर मास्क लगाकर पढ़ने जाना रे—- चलो पढ़ें हम–चलो पढ़ें हम…
विद्यालय का पहला दिन-बीनू मिश्रा
विद्यालय का पहला दिन पथ निहारते आंखें थक गई मेरी मेरा लाल आज पहली बार स्वयं गया है पाठशाला पढ़ने को एक सी वेशभूषा में बच्चों के झुंड को देख…
सुरक्षित शनिवार-अशोक कुमार
सुरक्षित शनिवार आओ बच्चे मनाए सुरक्षित शनिवार, चेतना सत्र में प्रत्येक शनिवार को जाने। प्राकृतिक आपदाओं से बचने का उपाय, इससे बचने का जाने निदान।। बरसात के मौसम में जब…
अटल बिहारी वाजपेयी-अश्मजा प्रियदर्शिनी
अटल बिहारी वाजपेयी अखण्ड भारत का अलख जगाए सुस्मित हर्षित होते रहे। काँटों भरी सत्ता के गठबन्धन में सुवासित बढते रहे। ‘सत्ता के निर्लोभी’ शब्दों की राजनीति में भी निखरते…
मेरी प्यारी हिंदी – डॉ.अनुपमा श्रीवास्तवा
मेरी प्यारी हिंदी “हिंद” देश के वासी हैं हम हिंदी हम सब की बोली है, “माँ”…
सागरमाथा-अपराजिता कुमारी
सागरमाथा प्रकृति में पूजनीय पर्वत देवस्वरूप, विस्मयकारी सौंदर्य ऊंची, मनमोहक पर्वत मालाएं तैरते बादलों के बीच देवगिरी अति सुंदर समरूप हिम शंकु 29002 फीट या 8840 मीटर संसार की…
चूहे और बिल्ली-सुधीर कुमार
बालगीत चूहे और बिल्ली एक खाली घर में थे रहते, बहुत से चूहे मिल के। खाते खेलते खूब थे सारे, करते बातें दिल के। बहुत था सुंदर जीवन उनका, नहीं…
भोली भाली गाय-ब्यूटी कुमारी
भोली भाली गाय भोली भाली गाय हमारी रंग बिरंगी गाय हमारी गोली काली उजली चितकबरी कितनी प्यारी गाय हमारी। रुखा सूखा भूसा चोकर जो भी मिलता हरी हरी घास खाती…