ॠतुराज वसंत शिशिर गये मधुमास आये बहने लगी वासंती बयार, मौसम अब तो हुआ सुहावना चमन में खिले कलियाँ हजार। विद्या की देवी सरस्वती माता वसंत पंचमी को आती है,…
माँ वागेश्वरी-मनु कुमारी
माँ वागेश्वरी जयति जय माँ वागेश्वरी, सरस्वती विंध्यवसिनी। सकल जगत की तुम हो माता, हे सकल मंगलकारिनी.. जयति माँ वागेश्वरी.. तुम हो पद्मासना माता शांति, सुख, वरदायनी, जगत का कल्याण…
शब्दों की शक्ति-एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
शब्दों की शक्ति शब्दों में होती है शक्ति अपार यही करते हैं हमारे बेड़ा पार जहां होते हैं शब्दों के सुंदर बाग़ फूल बन जाती है धधकती आग। हमारे शब्द…
मात्राओं की पहचान-कुमारी अनु साह
मात्राओं की पहचान आओ कराएँ तुम्हें मात्राओं की पहचान जो होते हैं व्याकरण की जान पढ लिखकर तुम बनो महान पाओ जग मे ऊँचा स्थान। अ आ दोनों ही है…
ऋतुओं का राजा वसंत-मधु कुमारी
ऋतुओं का राजा वसंत सभी ऋतुओं का राजा वसंत आया देने प्रकृति को नई उमंग शीत ऋतु अब जाते-जाते पतझड़ को दे जाएगी नव जीवन। चहुं ओर फैलेगी वातावरण में…
डर-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
डर डर का दायरा बहुत बड़ा है, डर के आगे जीत खड़ा है। डर के मारे भयभीत जो होता, चैन की नींद वह कभी न सोता। करता शंका तरह-तरह की,…
सुवासित आत्मिक चेतना-दिलीप कुमार गुप्त
सुवासित आत्मिक चेतना हे शतरूपा, निरंजना किस विधि करूँ वंदना दृष्टि कूप तिमिर विपन्न तू विश्वा सदज्ञान सम्पन्न चतुर्दिक तम घना बसेरा तुम बिन कहो, कौन सहारा अन्तस दारुण दर्द…
जय माँ सरस्वती-कुमकुम कुमारी
जय माँ सरस्वती जय-जय-जय माँ सरस्वती हे सकल विश्व भव तारिणी तेरे शरण मैं आई माता जय माँ कष्ठ निवारिणी। शुभ्रवस्त्रा धारिणी माता जय माँ हंस सवारिनी जय-जय-जय पद्मासना देवी…
माँ वर दे-लवली वर्मा
माँ वर दे तू ज्ञान की देवी है, मैं ज्ञानार्थी तुम्हारा हूँ। वर दे माँ तू मुझको, तेरी शरण जो आया हूँ। अज्ञानता दूर करके, मार्ग मेरी कर दे प्रकाशित।…
प्रेम से जीना सीखें-देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
प्रेम से जीना सीखें सदा प्रेम से जीना सीखें प्रेम ही जीवन सार है। अगर प्रेम से नहीं रहोगे जीवन तभी बेकार है।। नहीं कभी बिकता है जानो यही तो…