बरसेगी कृपा राम जी की हर्षेगा ह्रदय माँ जानकी की युगों की तपस्या से लौट रहे, मेरे प्रभु बाल स्वरूप में! सज रही है उनकी अयोध्या सिया पुकारें , यथाशीघ्र…
मिशन दक्ष – स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या
मिशन दक्ष से जुड़कर शिक्षक, शिक्षा का सम्मान कर रहे। वर्ग के कमजोर बच्चों के सपनों को साकार कर रहे।। पाँच पाँच बच्चों को लेकर, सुंदर सुभग बिहान कर रहे।…
राम आएँगे – नीतू रानी
राम आएँगे तो अंगना सजाऊँगी, दीप जलाके मैं आरती उतारुँगी। राम आएँगे गंगा जल लेके आऊँगी, चरण धोके चरणामृत पी जाऊँगी। राम आएँगे तो आसनी बिछाऊँगी, आसनी पर श्री राम…
राम लला आए – मीरा सिंह “मीरा”
हुआ सत्य आंखों का सपना राम लला आए घर अपना। स्वागत में संसार लगा है गली गली हर द्वार सजा है। पलक बिछाएं लोग सभी ये जोड़े दोनों हाथ खड़े…
कसक – गौतम भारती
ख्वाहिशें रह गई , दिल में चुभता रहा । बनके बे ज़ुबाँ तुम्हें तकता रहा ।। आश में मैंने जो पलकें बिछाई। 2 आहिस्ता ही सही पर ये दुखता रहा…
स्कूल खुलल येअ हमार – नीतू रानी
विषय- मकरसंक्रांति गीत शीर्षक – स्कूल खुलल येअ हमार। गीत हे बहिना कोना मनायब मकरसंक्रांति त्योहार हे, स्कूल खुलल येअ हमार हे ना। हे बहिना ———२। पिया हमर छथिन प्रधान…
दोहावली – देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
उत्तरायणी पर्व का, हुआ सुखद आगाज। ढोल नगाड़े बज रहे, होंगे मंगल काज।। सूरज नित अभिराम है, जीवन का आधार। देव रूप पूजे सदा, सारा ही संसार।। बदल दिशा दिनकर…
मुक्तक – देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
हमारे देश की हिंदी, सुशोभित सौम्य-सी लगती। यही है भाल की बिंदी, बड़े ही गर्व से सजती।। मधुर रस भाव अनुरंजित, बनी हर कंठ की भाषा, बसे मन भावना ऐसी,…
बैलगाड़ी हाँकते – एस.के.पूनम
विधा:-मनहरण घनाक्षरी कड़कड़ाती ठंड है, प्रकाश की तलाश है, सूरज की प्रतीक्षा में,प्राची दिशा झाँकते। पक्षियों का कलरव, शबनम चमकती, कोहरे का पहरा है,बैठ आग सेकते। अन्नादाता खेत पर, फलियां…
लोहड़ी पर्व – मनु रमण चेतना
लोहड़ी आई!लोहड़ी आई। सबके मन में उमंग है छाई। सुख समृद्धि संग लेकर आती। सबको प्रेम से गले लगाती। पुराने फसल हैं काटे जाते । साथ नये फिर बोये जाते।…