स्वामी विवेकानंद – मनु रमण चेतना

स्वामी जी ने कर दिया,जग में ऐसा काम।। पर्वत से ऊँचा हुआ, फिर भारत का नाम।। राम कृष्ण गुरुदेव के ,पद पंकज सिरधार।। अमेरिका वह चल दिए, करने धर्म प्रचार।।…

नारी क्यों मजबूर हुई – नीतू रानी

नारी क्यों मजबूर हुई जब उसपर अत्याचार क्रूर हुई, तभी नारी मजबूर हुई। नारी पर पुरुषों का बज्र प्रहार, नारी खाती रही पुरुषों की मार। नारी पर बदनामी की दाग,…

सबसे मधुर वाणी – मीरा सिंह “मीरा”

विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ एक मौलिक, स्वरचित रचना प्रेषित है आओ बच्चों तुम्हें बताएं सबसे मधुर वाणी है कौन। सबके दिल पर करे हुकूमत सुनो बच्चों…

हे सरकारी विद्यालय – अंजली कुमारी

हे सरकारी विद्यालय के नौनिहाल सुनो,। मिशन दक्ष में शामिल हे बिहार के लाल सुनो। शिक्षा के टूटी कड़ियों को तुम्हें पुनः मिलाना है,। आगे बढ़ चुके सहपाठियों के समकक्ष…

शिक्षा से जग होगा उजियार – मनु रमण “चेतना”

कलम उठाई है मैंने, अब हूं लिखने को तैयार। सत्य स्याह से खूब लिखूंगी, झूठ कपट पर कर प्रहार। ईर्ष्या , नफरत, घृणा द्वेष सब, यूं जायेंगे अब तो हार।…

मन की बात – रत्नेश पण्डित पाण्डेय

बड़े दिनों बाद वह, घर अपने वापस आया बेटी के लिए कुछ गुड्डे-गुड़िए, बेटे को किताबें लाया। बच्चों में कैसा कौतूहल होगा, सोचा और मुस्काया, बड़े दिनों बाद वह, जब…

आया जनवरी –

आया जनवरी छाया कुहासा, फूलने लगा है मेरा स्वांसा । आया फरवरी फेके रजाई, धूप में बैठकर ले रहे जम्हाई। मार्च आया होली आई, बच्चों में खुशियाली छाई। अप्रैल में…

मैं खुश हूं कि – रंजीत कुशवाहा

मैं खुश हूं कि क्योंकि मैं थोड़ा बहुत कमा लेता हूं, यानि बेरोजगार तो नहीं हूं , जो बेरोजगार लोग होंगे उनका जीवन यापन कितनी कठिनाई से गुजरती होगी। मैं…

क्या यही है नव वर्ष का त्योहार – नीतू रानी

क्या यही है नव वर्ष का त्योहार जिस त्योहार में मारे जाते हैं कई निर्दोष जीवों के परिवार, क्या यही है नव वर्ष का त्योहार । नंव वर्ष में सब…