राहुल कुमार रंजन -हिंदी दिवस

जैसी माँ की बिन्दी, वैसी है हमारी हिन्दी। लालिमा लिए ललाट पे चमके, शब्द-शब्द में सौंधी महके। संस्कारों की प्यारी गाथा, मिट्टी की खुशबू का साथा। कबीर की दोहे वाली,…

हिंदी हमारी संस्कृति – KUMKUM KUMARI

हिन्दी हमारी संस्कृति दूसरों का अवश्य हम गुणगान करेंगे, पर सर्वप्रथम खुद का हम जयगान करेंगे। दूसरी भाषा का भी  सम्मान करेंगे, पर हिन्दी को सर्वप्रथम प्रणाम करेंगे। क्योंकि हिन्दी…

हिंदी हमारी अस्मिता की पहचान, संगीता कुमारी – Sangeeta Kumari

हिंदी दिवस कविता ✍️ रचनाकार – संगीता कुमारी  हिंदी है आत्मा हमारी, हिंदी है पहचान, इसमें छिपा हुआ है भारत का सारा गान। जन-जन के दिल में गूँजे इसकी मधुर…

हिन्दी दिवस – Deepa verma

—हिन्दी दिवस— हिन्दी सिर्फ एक भाषा नहीं, निरंतर आगे बढने की आशा है। विश्व के रंगमंच तक पहुंची, देश के एकता की पहचान है। विभिन्न सभ्यता और संस्कृतियों को जोड़ती,…

माँ सी हिंदी – Ruchika

माँ सी हिंदी हर बार हमारी  अस्मिता की पहचान बनी। जब कभी जुबा फिसली यही हमारा सम्मान बनी। नही सोचती क्या है मानक बस भावों की अभिव्यक्ति हो सहज सरल…

वाह री! हिंदी कहां चली – Sangita kumari

राष्ट्रीय हिंदी दिवस  वाह री! हिंदी कहां चली। अपनी ही माटी को छोड़ चली।  घर-आंगन में झंकार थी तेरी, गांव-गांव में पुकार थी तेरी। हर घर में तेरी ही निशानियां, …

हिंदी दिवस – रुचिका

कभी इनकार में कभी इकरार में कभी डाँट में कभी फटकार में कभी प्यार में कभी मनुहार में कभी जज़्बातों के ढेरों गुबार में हिंदी हर घड़ी हमारे साथ है।…