अँधेरा चाहे बहुत गहरा हो,रात भले ही ठहरी हो,आशा की किरण कहीं न कहीं,तुम्हारे लिए भी फैली हो। दर्द तुम्हारे गहरे सही,घाव तुम्हारे गहरे सही,पर ये दुनियाॅं छोड़ने से,हल नहीं…
अंतरिक्ष की सैर… रणजीत कुमार
Antriksh ki sair आज यह बात जान लो मुनिया। अंतरिक्ष की है अपनी दुनिया।। ऊपर देखो नीला गगन। चमक रहे सूरज दन -दन।। यह देता दिन में…
भारत की जननी
धन्य है इस धरती की जननी,जो जनती ऐसे लाल को।अपने लहू से तिलक लगाते,भारत माँ के भाल को। सात रंग से उन्हें क्या मतलबखाकी उनकी पहचान है।जीते तिरंगा, मरते तिरंगा,तिरंगा…
मेरा अभिमान – सलमा कौसर
भारतीय अस्मिता की पहचान है हिंदी, हमारे अच्छे राष्ट्र का निर्माण है हिंदी। हमारी आन, बान, शान, और जान है, हमारी विश्व धरोहर की पहचान है हिंदी। राष्ट्रीय एकता और…
हिन्दी हमारी पहचान, हिन्दी नहीं हमारी हार – चाँदनी झा
हिन्दी नहीं हमारी हार, हिन्दी से है मुझे प्यार। मिश्री सी रस घोलती, कानों में जब हिन्दी बोलती। हिन्दी लिखती, हिंदी पढ़ती, हिन्दी मैं बेहतर समझती। हाँ क्षेत्रीयता का दिखता…
स्वरचित कविता लेखन,विषय: हिंदी:हमारी अस्मिता की पहचान – गिरिधर कुमार
हिंदी, हिन्द की आवाज, प्राकृत,पाली,संस्कृत से क्रमशः निःसृत, भारतीयता की पहचान हिंदी। भारतेंदु से पंत तक, महादेवी से भावपूरित, निराला के अनन्त तक, दिनकर की ओज से, रेणु के संसार…
हिंदी गीत – राघव दूबे
हिन्दी भारत की परिभाषा बनकर, विश्व पटल पर छाई हिंदी जन गण मन में गूंज रही है, सुरों सजी शहनाई हिंदी… ऋतु वसंत के नेह निमंत्रण, पर फूली फूली फुलवारी पहले सावन की…
पितृ तर्पण -राम किशोर पाठक
पितृ तर्पण – निश्छल छंद देख रहें हैं पूर्वज अपने, करिए जाप। भूल गए या याद किए हैं, उनको आप।। आश्विन आया पूर्वज रखते, तर्पण खास। देख रहें हैं बस…
स्वास्थ्य रक्षा -राम किशोर पाठक
स्वास्थ्य रक्षा – सरसी छंद स्वास्थ्य हमारा सही रहे तो, रहती है मुस्कान। काम समय से होता रहता, मिलती नव पहचान।। इसकी रक्षा धर्म हमारा, ले हम इतना जान। मनोभाव…
भारत की शोभा हिंदी – दयानंद तिवारी
भारत की शोभा हिंदी है। हम हिंदी के शिक्षक हैं, हिंदी का अलख जगाते हैं। हिंदी ही हमारी भाषा है, हिंदी का महत्व बताते हैं।। हिंदी के लिए ही…