कुछ दूर हमारे साथ चलो,हम जीवन की सीखें दे देंगे। गिरना हो या संभलना हो,हम साहस की राह दिखा देंगे। किताबों से जो न समझ सको,हम अनुभव से बतला देंगे।…
बारिश की बूंदे -बिंदु अग्रवाल
बारिश की बूंदे गिर रही हैं । यह उनकी नियति है। उन्हें गिरना है । उन्हें नहीं मालूम की अपना घर छोड़ते वक्त किस मंजिल पर आकर रुकेंगी? किसी पोखर…
शिक्षक -धीरज कुमार
शिक्षक ज्ञान का आधार है शिक्षक, बच्चों का प्यार है शिक्षक। माता-पिता का सम्मिश्रण है, विद्यार्थियों का संस्कार है शिक्षक। भाषा का मिठास है, गणित का सूत्रधार है शिक्षक। जीवन…
हां मैं वही भारत हूं – बिंदु अग्रवाल
हाँ मैं वही भारत हूँ! हाँ मैं वही भारत हूँ!जिसने विश्व को सभ्यता का पाठ पढ़ायाउदित हुआ दिनकर जहाँ ,अपना प्रकाश फैलाया। हाँ मैं वही भारत हूँ!जहाँ बहती है पतित…
15 अगस्त है हमसे नाराज
15 अगस्त है हमसे नाराज तू जिसे मान बैठा है अपना राज, आज वो 15 अगस्त है हमसे नाराज | पूछता है वो की, क्या? वाकई में इतने…
शिक्षक -अजय कुमार
शिक्षक माताऐं देती नव जीवन, पृथ्वी देती अन्न – जल, पिता सुरक्षा करते हैं, लेकिन सच्ची मानवता, शिक्षक जीवन में भरते हैं, सही – गलत का बोध कराना, शिक्षक हमें…
अ से ज्ञ की कहानी
हिंदी दिवस 14 सितंबर पर “अ से ज्ञ की कहानी” अ से अनार, आ से आम । हिंदी है भारत का अभिमान।। इ से इमली, ई से ईख। हिंदी पढ़ना,…
बस मेरे सामने – विजय शंकर ठाकुर
बस !मेरे सामने …………। बस !मेरे सामने……….।बैठे हैं, उनींद आंखों में सपने लिए,एकटक निहारते काले श्यामपट्ट,तलाशते हुए भविष्य के रास्ते।बस ! मेरे सामने…………।कलम लिए नाज़ुक,दुर्बल हाथों में,धीमे स्वर में बुदबुदाते…
गुरू बिना ज्ञान
गुरू बिना ज्ञान (शिक्षक दिवस पर विशेष) रूप घनाक्षरी छंद में ऋषि-मुनि या हों संत, चाहे कोई भगवंत, किसी को भी मिला नहीं, बिना गुरु कभी ज्ञान। कभी हमें मारते…
चलो नेह का दीप जलाएँ- किशोर छंद – राम किशोर पाठक
चलो नेह का दीप जलाएँ- किशोर छंद चलो नेह का दीप जलाएँ, कैसे भी। सबसे मिलकर स्नेह बढ़ाएँ, कैसे भी। क्षमा भाव को मन में लाएँ, कैसे भी। सबको अपना…