चित्रधारित सृजन – नीतू रानी

जल से भरकर पात्र को रखना निशदिन भाय, आएगी चिड़िया पानी पीने जाएगी प्यास बुझाय। पीती है पानी चिड़िया हृदय से निकलता धन्यवाद, जो पानी पिलाने का पुण्य करता वह…

मोबाईल की लत – नीतू रानी

मोबाईल की लत, लोग रहते मोबाईल में व्यस्त। मोबाईल की लत, बड़ा जबरदस्त। जबसे लिया मोबाईल, लाया नया स्माइल। मोबाईल आया हाथ, छूट गया सबका साथ। मोबाईल का हुआ अवतार,…

स्वर्ग नर्क कहीं और नहीं- नीतू रानी

स्वर्ग नरक कहीं और नहीं है इसी पृथ्वी पर सब, बैठके थोड़ा सोचिए जब समय मिलता है तब। इसी पृथ्वी पर जन्म लिए ऋषि मुनि‌और संत। राम, कृष्ण, माँ पार्वती…

पिता – नीतू रानी

पिता है तो घर है, जिसको पिता नहीं है वो घर बेघर है। पिता हैं तो रोटी है , मकान है,सम्मान है और भगवान है, पिता नहीं है तो सिर्फ…

मोदी जी – नीतू रानी

विषय -मोदी जी। शीर्षक -बधाई हो बधाई तीसरी बार पीएम बनने पर बधाई, बधाई हो बधाई मोदी जी को बधाई —-२। आपका कार्य काल रहा सफल जैसे बहता गंगा जी…

वटवृक्ष की पत्नी कहती है – नीतू रानी

वटवृक्ष की पत्नी कहती है क्या यही है वटसावित्री का त्योहार, जिस त्योहार में महिलाएँ करती है दूसरों के पति से प्यार। बार -बार महिलाएँ कर रही बहुत बड़ा अपराध…