बाल कविता। मुन्नी रोज आती स्कूल, लेकिन आज रास्ता गई भूल। रास्ते में बैठकर रो रही थी, आँसू से मुख को धो रही थी। किसी ने कहा उसकी मम्मी से,…
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चित्रधारित सृजन – नीतू रानी
जल से भरकर पात्र को रखना निशदिन भाय, आएगी चिड़िया पानी पीने जाएगी प्यास बुझाय। पीती है पानी चिड़िया हृदय से निकलता धन्यवाद, जो पानी पिलाने का पुण्य करता वह…
एक छोटी चिड़िया – नीतू रानी
एक छोटी चिड़िया, तिनका लेके आई। एक- एक तिनके से , सुंदर घोंसला बनाई। घोंसले में दी चार छोटे अंडे, उस अंडे पर बैठ उसे गरमाई। बड़ा हुआ अंडा फूटा…
मोबाईल की लत – नीतू रानी
मोबाईल की लत, लोग रहते मोबाईल में व्यस्त। मोबाईल की लत, बड़ा जबरदस्त। जबसे लिया मोबाईल, लाया नया स्माइल। मोबाईल आया हाथ, छूट गया सबका साथ। मोबाईल का हुआ अवतार,…
जभी जागो तभी सवेरा – नीतू रानी
जभी जागो तभी सवेरा, जड़ से मिटेगा जीवन का अंधेरा। जब खुलती है अंदर की बुद्धि, कभी नहीं होते मंदबुद्धि। तन मन धन से प्रभु को करो याद, प्रभु पूरा…
स्वर्ग नर्क कहीं और नहीं- नीतू रानी
स्वर्ग नरक कहीं और नहीं है इसी पृथ्वी पर सब, बैठके थोड़ा सोचिए जब समय मिलता है तब। इसी पृथ्वी पर जन्म लिए ऋषि मुनिऔर संत। राम, कृष्ण, माँ पार्वती…
पिता – नीतू रानी
पिता है तो घर है, जिसको पिता नहीं है वो घर बेघर है। पिता हैं तो रोटी है , मकान है,सम्मान है और भगवान है, पिता नहीं है तो सिर्फ…
मोदी जी – नीतू रानी
विषय -मोदी जी। शीर्षक -बधाई हो बधाई तीसरी बार पीएम बनने पर बधाई, बधाई हो बधाई मोदी जी को बधाई —-२। आपका कार्य काल रहा सफल जैसे बहता गंगा जी…
वटवृक्ष की पत्नी कहती है – नीतू रानी
वटवृक्ष की पत्नी कहती है क्या यही है वटसावित्री का त्योहार, जिस त्योहार में महिलाएँ करती है दूसरों के पति से प्यार। बार -बार महिलाएँ कर रही बहुत बड़ा अपराध…
पर्यावरण दिवस – नीतू रानी
आओ राजू आओ राधा पहन के कपड़ा हरा और सादा, चलो हमसब मिलकर पेड़ लगाए क्यूंँ करते हो देरी ज्यादा। पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ पेड़ को तुम कभी न कटाओ,…