सुन ओ गुड़िया,सुन ओ मुनिया
बदली बदली है यह दुनिया।
आंखों में कुछ सपने गढ़ ले
गुड़िया मुनिया तू भी पढ़ ले।
जीवन होगा सुखद सलोना
खुशियों से तू दामन भर ले।।
क्यों बैठी अपना मन मारे
तेरी बांट निहारें दुनिया।
सुन ओ गुड़िया सुन ओ मुनिया
बदली बदली है अब दुनिया।।
तुझको कोई नहीं डराएं
ना ही कोई आंख दिखाएं।
रौशन तुझसे है जग सारा
हिम्मत बल तुझमें भर जाएं।।
अरमानों के पंख लगाकर
सपनों को सच कर ले मुनिया।
सुन ओ गुड़िया सुन ओ मुनिया
बदली बदली है अब दुनिया।।
आने वाला कल तेरा है
जीवन का हर पल तेरा है।
सहमी सहमी क्यों रहती है
पूरा नील गगन तेरा है।।
खुद में तू विश्वास जगा ले
मुठ्ठी में बंद कर ले दुनिया।
सुन ओ गुड़िया,सुन ओ मुनिया
बदली बदली है अब दुनिया।।
मीरा सिंह “मीरा”
+२, महारानी उषारानी बालिका उच्च विद्यालय डुमराँव, जिला-बक्सर बिहार