स्कूल खुलल येअ हमार – नीतू रानी

विषय- मकरसंक्रांति गीत
शीर्षक – स्कूल खुलल येअ हमार।


गीत
हे बहिना कोना मनायब मकरसंक्रांति त्योहार हे,
स्कूल खुलल येअ हमार हे ना।
हे बहिना ———२।

पिया हमर छथिन प्रधान
कोना एथिन पिया अपन गाम,
हे बहिना पिया बिन कोना खायब
तिलखिचड़ी,दही- चूड़ा लाय हे
स्कूल खुलल येअ हमार हे ना।
हे बहिना —————२।

हर साल मनबै रिहै त्योहार
ऐबेर छुट्टी नै देलखिन सरकार,
हे बहिना बच्चा सबके के देत चूड़ा -दही लाय हे
केअ तिल-तिल बेहाएत हे ना।
हे बहिना ——————२।

मकरसंक्रांति के दिन सूरज
आय होय छथिन उत्तरायण ,
हे बहिना आय के दिन केअ
लोग मनाबै कैहकेअ नया साल हे
बैठकेअ खाय मुरही लाय हे ना।
हे बहिना —————–२।

बच्चा हमरा फोन कैर करै तंग
जल्दी सेअ या किनकेअ दे पतंग,
हे बहिना स्कूल छोएर कोना जायब हम बाजार हे
कोना बच्चा संग मनायब त्योहार हे ना।
हे बहिना ————–।

आय के दिन लोग घर में करै येअ पूजा
हम स्कूल में गाड़ै छी ज्ञानक धूजा,
हे बहिना धीरे-धीरे सब छूटत पर्व त्योहार हे
छुट्टी नै छथिन सरकार हे ना।
हे बहिना —————-२।

हे बहिना कोना‌ मनाएब मकर संक्रांति त्यौहार हे,
छुट्टी नै देलखिन सरकार हे ना।

आय महिला नहबै करै श्रृँगार
पैहरै साड़ी चूड़ी लाल,
हे बहिना आय के दिन स्कूल में महिला उदास हे
सरकार नै मनाबेअ देलखिन त्योहार हे ना।
हे बहिना ———२।


नीतू रानी
स्कूल -म०वि०सुरीगाँव
प्रखंड -बायसी
जिला -पूर्णियाँ बिहार।

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