पटरी पर लौटती जिंदगी छाई है जो ऐसी महामारी हाहाकार मची बड़ी भारी सांसत में है सबकी जान हो गई है ऐसी लाचारी भूख से सब बेबस हो निकले गुजर-बसर…
अत्याचार-प्रभात रमण
अत्याचार माता की ममता हार गई हारा पिता का प्यार है भाई का स्नेह भी हार गया बहन तो सर का भार है ये कैसा अत्याचार है ? जो घर…
बेटी-प्रभात रमण
बेटी बीजों को कोंपल बनने दो कलियों को तोड़ो मत तुम बेटी तो घर की लक्ष्मी है उससे मुँह मोड़ो मत तुम घर में चहकती रहती है कटुता भी हँस…
मधुमख्खी का डंक-रीना कुमारी
मधुमख्खी का डंक ओ मधुमख्खी रानी, ओ मधुमख्खी रानी। तुने खुब बनाई अपनी कहानी।। एक गाँव की सुनो कहानी, ना कोई राजा न कोई रानी। एक परिवार में दो बच्चे…
बेटी की अटल प्रतिज्ञा- रीना कुमारी
बेटी की अटल प्रतिज्ञा एक लड़की है भोली-भाली प्यारी प्यारी और न्यारी न्यारी। सुन्दर सुन्दर फूलों जैसे उसके तन, सुन्दर सुन्दर सोच से भरे उसके मन। हमेशा हँसती और खिल…
धमाचौकड़ी-रुचि सिन्हा
धमाचौकड़ी बच्चों के मन को हरसाई, चीं-चीं करती चिड़ियां आई। देख नजारा चिड़ियों का, चिंटू ने आवाज लगाई। सुन लो बहना सुन लो भाई , चीं-चीं करती चिड़ियां आई। शोर-शराबा…
ये बेटियाँ- मधु कुमारी
ये बेटियाँ बेटियाँ उन्मुक्त नदियों की लहरों-सी मदमस्त हवा के ठण्डे झोंकों-सी चहकती, दमकती, मदमस्त छबिली-सी छन-छन के सुरीली गीतों-सी रिश्तों के नाजुक डोर-सी परम्परा निभाती फ़रिश्ते-सी एक मजबूत किंतु…
नई शिक्षा नीति-अशोक कुमार
नई शिक्षा नीति नई शिक्षा नीति आई, 21वी सदी में नई रोशनी लाइ। राष्ट्र शिक्षा नीति 1986 में अपनाई, अंतिम बार से 1992 में संशोधित कराई। नई शिक्षा नीति आई,…
सुरक्षित शनिवार-अशोक कुमार
सुरक्षित शनिवार आओ बच्चे मनाए सुरक्षित शनिवार, चेतना सत्र में प्रत्येक शनिवार को जाने, प्राकृतिक आपदाओं से बचने का उपाय, बरसात के मौसम में जब घनघोर घटा छाई, रिमझिम…
वे स्वर्णिम दिन-अवनीश कुमार
वे स्वर्णिम दिन वे भी क्या स्वर्णिम दिन थे जब सारी शिक्षा गुरु चरणों में मिल जाया करती थी वेद वेदांग, उपनिषद, ऋचा, ऋचाएँ योग, तंत्र, मंत्र, भूगोल, खगोल की…