बागों में कोयल बोले,कौआ बैठा डाल पर, मोर भी मोहित हुआ, मोरनी की चाल पर। मछली को मीन कहें, मगर मगर कौन ? बच्चे सारे हँस पड़े, गुरु के सवाल…
Author: Anupama Priyadarshini
अरिल्ल छंद -सुधीर कुमार
अरिल्ल छंद मात्रा – १६ अंत – १२२ आपस में मत करो लढ़ाई । बच्चों कर लो खूब पढ़ाई ।। तुम अपना मत समय गँवाना । अच्छे बच्चे सदा कहाना…
प्रकृति का उपहार-जयकृष्णा पासवान
प्रकृति का उपहार एक बेल है सौंदर्य ,चंदन का मून । पेट लीवर सब ठीक करें, स्वास्थ्य वर्धक के गुण।। कन- कन बेल की वो मिठास, कई रोगो के नाशक…
भविष्य के प्रति आशा -अमरनाथ त्रिवेदी
भविष्य बनने से पहले , इतिहास न बनो तुम । कर्त्तव्य के आलोक को , विस्मृत न करो तुम । समझो न ऐसा कार्य कोई , जिसे तुम कर सकते…
अनुशासन- अमरनाथ त्रिवेदी
आत्म शासन ही अनुशासन , यह पल -पल हमे बताता है । सड़क हो या अन्य कोई जगह , मर्यादा में रहना हमे सिखाता है । हम क्या सोचें ;…
इंसान बना हैवान- अमरनाथ त्रिवेदी
इंसान बना हैवान , कि धरती डोल उठी । न रही मानवता की शान, कि धरती बोल उठी । जहाँ -जहाँ फूल खिलते थे , बो दिए हमने काँटे ।…
प्रेरणा -अमरनाथ त्रिवेदी
युवा दिल हो न हो तो भी , अलग कुछ काम कर जाऊँ । जबतक साँस हो मेरी , वतन के नाम कर जाऊँ । जो वतन के हो गए…
लक्ष्य- अमरनाथ त्रिवेदी
जाना है दूर मंजिल तुम्हे , चाहे मुश्किलों का दौर हो । सोए से जब जगे तुम , चाहे हर मुश्किलों का ठौर हो । मुश्किलों को छोड़ यूँ ,…
नये कदम विश्वास के- नीतू रानी
नये कदम विश्वास के ना डगमगाए कभी, तुम थाम लिया मेरा हाथ नहीं छोड़ना तुम कभी। हम हो गए तेरे तुम हो गए मेरे, हर सुख- दुःख में तुम साथ…
अम्बेडकर सम्मान- जयकृष्ण पासवान
जीवन के अंधकार डगर में, सूरज संग ज्योत जगाई है। अधिकार, साहस का पूंजी, देकर आत्म सम्मान दिलाया है।। गरल थे हम इस धरा पर, मानव बन पशु समान ।…