स्त्री का सौन्दर्य ना तो टीका पहनने से है, ना बिंदी, नथिया,कंगन, चूड़ी पायल पहनने से। लिपिस्टिक,काजल ,गजरा, झूमका, कमरबंद, बिछिया, हीरे मोतियों से जड़ी साड़ियों से नहीं । उसका…
Author: Anupama Priyadarshini
संघर्षों का आगाज करो – कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”
व्यर्थ की बातों में उलझकर, मत वक्त अपना बर्बाद करो। इक-इक पल है कीमती जानो, स्वयं से तुम संवाद करो।। करना है जो लक्ष्य सिद्धि तो, हाथ पर हाथ धरे…
सीता जन्म – नीतू रानी
विषय -सीता जन्म शीर्षक -सीता जी जन्म लेल रे। सीता धन्य हमर मिथिला धाम से धन्य गाँव जनकपुर रे , ललना रे धन्य माता सुनैना पिता जनक ऋषि जिनकर घर…
गीत – मुकेश कुमार मृदुल
मेरे बाबू, मेरे भइया तुम तो नाचो ता – ता थइया मदारी बनकर आता है भालू को संग ना लाता है बातें ही तेरी – मेरी करके बातों से भरमाता…
A mother means. – Ashish K Pathak
A heart which is no longer hers Wandering around where her child is An eternal friend so dear her child finds so dear A smile to shoot troubles Unending Sunshine…
संकल्प- संजय कुमार
हम भी आगे आएं,आप भी आगे आएं बाल विवाह उन्मूलन हेतु,अपने कदम बढ़ाएं। कमउम्र में विवाह के,दुष्परिणाम सबों को बताएं, गाँव,शहर में हर नागरिक को,हम जागरूक बनाएं। समस्या उत्पन्न न…
शिक्षा के दीप- रत्ना प्रिया
पंचतत्व से निर्मित दिए में , स्नेह- घृत व बाती डालें। हम सब शिक्षक आगे बढ़कर ,नव-शिक्षा के दीप जला लें ।। घना अँधेरा दूर खड़ा हो ,उजाले को वापस…
माँ- दीपा वर्मा
माँ के बिन न हमारा अस्तित्व संभव है। न हमारा जीवन। न संसार , न हमारे अच्छे संस्कार। दुनिया मे अगर कोई हमारा सगा है तो हमारी माँ। मां की…
माँ तुम कितनी अच्छी थी- नीतू रानी
विषय – माँ (मदर्स डे) शीर्षक -माँ तुम कितनी अच्छी थी। माँ माँ तुम कितनी अच्छी थी बिल्कुल देवी जैसी थी , हृदय तुम्हारा स्वच्छ व शीतल पवित्र नदी गंगा…
माँ की याद- संजय कुमार
बहुत याद आती है माँ तुम्हारी अब वो आँचल कहाँ से लाऊँ, जहाँ छुपाकर हर दुख से मुझे बैठकर आपने थी रात गुजारी। कहाँ गयी मुझे छोड़कर माँ, बहुत याद…