यह मेरा वरदान है कमजोरी नहीं अबला की, यह ताकत हमारी है। इसे ही तो पूर्ण है जीवन, इससे पूर्ण हर नारी है। क्यों इसके होने से, मैं अशुद्ध कहलाती…
Author: Anupama Priyadarshini
पैड हमारी सखी
पैड हमारी सखी संगिनी आई साथ में लाई स्वच्छता की अब नई कहानी हर बेटी अब स्कूल रोज जाती पीरियड्स में उसकी छुटती नहीं पढ़ाई।। चुप्पी तोड़ो खुलकर बोलो स्कूल…
मेरे गाँव की नदिया – संस्कृति चौधरी
गिरती है पर्वत से नदिया, मेरे गाँव से बहकर जाती है बारिश में नदिया इठलाती है, हम बच्चों को खुश कर जाती है फिर कुकू कोयल गाती है, सबके मन…
सुखी कौन ? – गिरीन्द्र मोहन झा
जो अपने दिन-रात व्यवस्थित कर ले, सुखी वही है। जिसका मन फलाफल के प्रति संतुष्ट है, सुखी वही है।। जो कभी न रुके, सतत बढ़ता जाए, सुखी वही है। जिसका…
माँ की बात – डॉ. स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या ‘
माँ की मैं क्या बात बताऊँ, माँ थीं बहुत ही प्यारी। मेरे तन मन सब में बसतीं, माँ मेरी थीं न्यारी। माँ की मैं क्या बात बताऊँ, माँ थीं बहुत…
आओ अभिनंदन करें – मनु कुमारी
आओ अभिनंदन करें हम , देश के वीर जवानों का। जिसने हमेशा ध्वस्त किया है, दुश्मन के अरमानों का।। गूंज उठी है रणभेरी अब, तिरंगा भी है लहर रहा। मातृभूमि…
स्याही अनुभव की – अवनीश कुमार
ज़िंदगी के सफर में … बहुत कुछ देखा, बहुत कुछ सुना, बहुत कुछ सीखा, बहुत कुछ समझा। अरे ! समझा क्या— अब भी समझना जारी है … अनगिनत चेहरों से…
सिंदूर की चिंगारी- अर्जुन केशरी
धधक उठा है आज हिमालय, वीरों का है गर्जन। सिंदूर की ललकार बनी, आतंकी का अब तर्जन। पहलगाम के अश्रु नहीं, अब खामोश सहेंगे। शौर्य की इस गाथा से, दुश्मन…
शिक्षा का हमारे जीवन में महत्व – मृत्युंजय कुमार
शिक्षा से बदलती है तस्वीर। शिक्षा हीं बदलती है तकदीर।। शिक्षा का है हमारे जीवन में बड़ा महत्व। शिक्षा से हीं करना सबसे बड़ा अपनत्व।। शिक्षा बिना जीवन लगता अधूरा।…
फल, फूल, सब्जी- नीतू रानी निवेदिता
फल, फूल, सब्जी, खाइए भरपूर जी। चीनी, तेल, घी, खाने से पहले मुँह को लें सी। ज्यादा न खाओ चावल आलू, बन जाओगे मोटे भालू। खाने में लें ज्यादा सब्जी,…