साल में महीने देखो बच्चों, होते हैं कुल बारह पहली होती है जनवरी, बाकी बच गए ग्यारह! फरवरी माह अनोखा ऐसा सबको यह सिखलाता चार साल में बच्चों इसमें एक…
Category: बाल कविता
बाल दिवस – नीतू रानी “निवेदिता”
नेहरु जी आज है 14 नवंबर का दिन आज के दिन हैं बड़े महान, आज हीं जन्म लिए नेहरू जी आपके लिए गाते जय गान। जब आप थे माता के…
जन्मदिन गीत – नीतू रानी
नाना नाती का मना जन्मदिन, बड़ी धूमधाम से। जन्मदिन के दिन सत्संग भजन हुआ, संतों का मिला आशीष संतों के हाथ से नाना नाती ———2। जन्मदिन के दिन बड़ा केक…
श्रावण- देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
शुचि मन-भावन श्रावण आया आगत को लख हों पुलकित मन। अम्बर बादल चहुँदिशि छाया। दृश्य मनोहर बरसा-सावन।। कृषक मुदित मन गीत सुनाते रिम-झिम बूँदें हैं हर्षाती। सुमन विटप मन को…
लाल टमाटर – मीरा सिंह “मीरा”
लाल टमाटर छिपें कहां हो दिखते क्यों ना आज यहां हो। अभी अभी तो आएं थे तुम हाथ हिलाते चले कहां हो।। खोजते फिरें लोग सभी अब सारी दुनिया में…
फलों का राजा – नीतू रानी
फलों का राजा आम है एक सौ में दो -तीन किलो देता, बहुत कम इसका दाम है फलों का राजा आम है। आम से बनता आचार है आचार भी कई…
मैं राजू हूँ – नीतू रानी
मैं राजू हूँ राजू मेरा सभी काम करता है मेरा बाजू मैं राजू हूँ राजू। मैं अपना काम स्वयं करता समय पर खाना बना लेता, समय पर खा भी लेता…
लू की कहर से – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
बच्चों तुम स्कूल जाओ चाहे कोई काम पर कभी नहीं खाली पेट, निकलो तूं घर से। सुबह में काम करो घर पे आराम करो हमेशा बच के रहना लू की…
मैं तैयार हूं -जयकृष्णा पासवान
कितने ज़ख्म सहे हैं हमने, छांव छोड़कर धूप खाये है हमने। “अपमान की आग से ” झुलसा है बदन मेरा।। “परीक्षाओं से निखरा है ” चमन मेरा। “ललाट के चमक…
प्यारी गुड़िया- मीरा सिंह “मीरा
नन्ही मुन्नी प्यारी गुड़िया सबकी राज दुलारी गुड़िया। तितली जैसी उड़ती फिरती खुशियों की किलकारी गुड़िया।। कभी गले से आकर लिपटी कभी खफा हो जाती गुड़िया। करके कोई नयी शरारत…