पर्व दिवाली ज्योति का, करता तम का अंत। खुशियाँ बाँटें मिल सभी, कहते सब मुनि संत। कहती दीपों की अवलि, दूर करें अँधियार। दुख दीनों का दूर कर, लाएँ नव…
Category: संदेश
बापू जी – भोला प्रसाद शर्मा
वीर बहादुर जन्मा देश में, जीता था वह श्वेत वेश में। सीधा सादा बिताते जीवन, भूला नहीं करते अपनापन। रंग रूप का भेद न उनमें, प्यार वह बाँटा करते जग…
बापू जी – भोला प्रसाद शर्मा
वीर बहादुर जन्मा देश में, जीता था वह श्वेत वेश में। सीधा सादा बिताते जीवन, भूला नहीं करते अपनापन। रंग रूप का भेद न उनमें, प्यार वह बाँटा करते जग…
यह सौभाग्य हमारा है – रत्ना प्रिया
तक्षशिला, नालंदा जैसी, अविरल ज्ञान की धारा है। जन्मभूमि यह भारत-भू है, यह सौभाग्य हमारा है।। ज्ञान, कर्म के दीप यहाँ पर, सदा उजाला करते हैं, गुरु-शिष्य की परंपरा में,…
राखी के मायने – अमरनाथ त्रिवेदी
हर सावन आकर है कहता , अनमोल रिश्ते का प्यार है। भाई-बहन के प्रेम के रिश्ते, का यह अनुपम त्योहार है। अमर प्रेम है भाई- बहन का , यह कई…
आजादी की लड़ाई – संगीता कुमारी
आजादी का दिन जब-जब आता है। मेरा मन उत्साह से भर जाता है।। वर्षों की गुलामी के बाद आई आजादी की रात, कहीं खुशी के दीप जले कहीं वीरों की…
शहीदों का सपना- राम किशोर पाठक
शहीदों का सच तब सपना होगा। विश्व गुरु भारत जब अपना होगा।। आयेगी तुफानें पर हम न घबरायेंगे, देश के गद्दारों को धूल हम चटायेंगे, दुश्मन को सरहद से हटना…
मित्र वही जो – नीतू रानी
मित्र वही जो साथ निभाए, हर संकट में मुझे बचाए। मित्र वही जो प्रभु गुण गाए, सत्य राह पर मुझे ले जाए। मित्र वही जो एक रोटी खाए, आधी रोटी…
बचपन से था शौक चढ़ा- नीतू रानी
विषय -बाबू वीर कुंवर सिंह शीर्षक – बचपन से था शौक चढ़ा आज है 23 अप्रैल का दिन आज का दिन है बड़ा महान, आज हीं जन्म लिए बाबू वीर…
राधा की सहेलियां – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
मनहरण घनाक्षरी छंद राधा को चिढाती आज, खुशी की बताओ राज, रोज करें आपस में खूब अठखेलियाँ। कुछ नहीं बोलती हो, छुप-छुप मिलती हो, किससे मनाती तुम, रोज़ रंगरेलियाँ। नखरें…