यह सौभाग्य हमारा है – रत्ना प्रिया

तक्षशिला, नालंदा जैसी, अविरल ज्ञान की धारा है। जन्मभूमि यह भारत-भू है, यह सौभाग्य हमारा है।। ज्ञान, कर्म के दीप यहाँ पर, सदा उजाला करते हैं, गुरु-शिष्य की परंपरा में,…

शहीदों का सपना- राम किशोर पाठक

शहीदों का सच तब सपना होगा। विश्व गुरु भारत जब अपना होगा।। आयेगी तुफानें पर हम न घबरायेंगे, देश के गद्दारों को धूल हम चटायेंगे, दुश्मन को सरहद से हटना…

राधा की सहेलियां – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

मनहरण घनाक्षरी छंद राधा को चिढाती आज, खुशी की बताओ राज, रोज करें आपस में खूब अठखेलियाँ। कुछ नहीं बोलती हो, छुप-छुप मिलती हो, किससे मनाती तुम, रोज़ रंगरेलियाँ। नखरें…