अक्टूबर – रुचिका

देखो,कैसे आ गया अक्टूबर थोड़ी सी ठंडी हवा लेकर, थोड़ी सी सूरज की गर्मी चुराकर थोड़ी सी सूरज में नर्मी लाकर जैसे करने को आतुर है शीत का स्वागत देखो…

चौसर – रुचिका

चौसर जिंदगी के चौसर पर हम रहेंबस एक मोहरेंचाल ऊपर वाला चलता रहा।कभी शह, कभी मात वह देताऔर दर्प इंसानों के मन मेंबढ़ता रहा। जिंदगी के चौसर पर हम रहेंबस…

राहगीर -रुचिका

राहगीर राह की मुसीबतों से न घबड़ा, तू है राहगीर जरा रुक,सम्भल, राह की मुसीबतों का सामना कर और आगे बढ़ता जा। बाधाएँ तेरे राह में अनेकों आएंगी मंजिल से…

शिक्षक हमारे ज्ञान पुंज-अमरनाथ त्रिवेदी

शिक्षक हमारे ज्ञान पुंज कौन कहता शिक्षकों के बिना , तकदीर हम सबकी बनेगी ? कौन कहता शान में , इनके बिना सही जिंदगी कटेगी ? ज्ञानपुंज के बिना क्या…

हम शिक्षक शिक्षा की तस्वीर बदल देंगे

हम शिक्षक हैं, शिक्षा की तस्वीर बदल देंगे भारत के हर बच्चों की तकदीर बदल देंगे। हम एक नई कहानी लिखेंगे, नया इतिहास बनाएंँगे शिक्षित हो हमारा समाज, ऐसा विहान…

शिक्षक की महिमा- संगीता कुमारी 

शिक्षक हैं हम, शिक्षा की ज्योति जलाएँगे, देश-धर्म और जात-पात से, हम ऊपर उठ जाएँगे। समता का नवगीत रचेंगे, ज्ञान का अलख जगाएँगे, शिक्षक हैं हम, शिक्षा की ज्योति जलाएँगे।…