दीप जलें जब द्वार पर, मिलता नवल प्रकाश। खुशियाँ अंतस् तब मिलीं, हुआ तिमिर का नाश।। दीप अवलि में सज उठे, करते तम को नष्ट। दीन-हीन को देखकर, हरिए उनके…
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केवल प्रकाश है – एस.के.पूनम
प्रिय दीप बनकर, हिया करे जगमग, शेष नहीं अब दंभ,केवल प्रकाश है। नित्य दीया जल कर, बिखरने लगी आभा, उज्जवल धरा नीचे,ऊपर आकाश है। परछाईं बन कर, साथ देना उम्रभर,…
मानवता हीं धर्म है – नीतू रानी
मेरा मानवता हीं धर्म है यदि मानव ,मानव न बन सका तो मानव के लिए तब शर्म है मेरा मानवता हीं धर्म है। मानव रहकर शुभ कर्म करो दुःख न…
नाम की महिमा – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
सूर – रसखान करें महिमा की गुण गान, छोड़ जग दिन रात, मीरा जपी राधे श्याम। नाम का सहारा ले के जायसी कबीर तरे, संतो को प्राणों से प्यारे, तुलसी…
आई दिवाली खुशियों वाली – विवेक कुमार
देखो पावन दिवस है आया, तन मन में उमंग है छाया, बच्चे बूढ़े या हो जवान, सबके जिव्हा एक ही नाम, मनभावन रौशन वाली, तम को दूर भगाने वाली, आई…
दिवाली का त्यौहार – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
उत्साह उमंग संग दूधिया प्रकाश पर्व, साल भर बाद आता दीपावली का त्यौहार। आपस में सब मिल घरों की सफाई करें, अमीरों-गरीबों को भी रहता है इंतजार। घरों को सजाते…
सादा भोजन -नीतू रानी
खाना आलू,भात खाना न ज्यादा, ये होगा मोटापा को फायदा। तेल ,मसाला ज्यादा न खाना, पेट दर्द होकर होगा पाखाना। खाना लेना सुपाच्य और सादा, पेट में न आएगा बीमारी…
बच्चों का हुडदंग – जैनेन्द्र प्रसाद रवि
जब भी दीवाली आता, बच्चों को बहुत भाता, भाग दौड़ कर निज, घरों को सजाते हैं। साफ कर घर-वार रंगाई – पुताई करें, मुख्य दरवाजे पर रंगोली बनाते हैं। पटाखे…
नारी सबपर हो भारी – -नीतू रानी
विषय -कमजोर कहाँ हो तुम नारी। नारी कमजोर कहाँ हो तुम नारी, हर क्षेत्र में सबपर हो भारी। तेरे साथ खड़े हैं सभी देव, खाली कर देती देवों के जेब।…
इंसान की कीमत – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
आदमी से कहीं ज्यादा पशु होता वफादार, मानव को त्याग हम, पालते हैं स्वान को। माता-पिता से भी ज्यादा करते हैं देखभाल, है घट गई कीमत, जहां में इंसान को।…